भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज रूस और चीन के साथ होने वाले विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल होने के लिए चीन पहुंच चुकी है। चीन पहुंचने के बाद सुषमा स्वराज ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की है। सुषमा स्वराज 16वें रूस-भारत-चीन त्रिपक्षीय बैठक के लिए मंगलवार की शाम को चीन रवाना हो गई थी।
बुधवार सुबह विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने वुजेन में चीन के विदेश मंत्री वांग ली और रूसी विदेश मंत्री से मुलाकात की और पुलवामा में हुए आतंकी हमले का जिक्र किया और कहा भारत आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति रखता है।
ज्ञातव्य है कि एयर स्ट्राइक के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मंगलवार को अमेरिकी, चीनी, सिंगापुर, बांग्लादेशी और अफगानिस्तानी विदेश मंत्रियों से बात की थी। बातचीत के दौरान उन्हें पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी प्रशिक्षण अड्डों पर हुए हमले के बारे में जानकारी दी।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि मैं ऐसे वक्त में चीन आई हूं जब भारत में शोक और गुस्से का माहौल है। यह जम्मू-कश्मीर में हमारे सुरक्षा बलों के खिलाफ सबसे भीषण हमला है। उन्होंने कहा कि यह हमला पाकिस्तान स्थित और समर्थिक संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने किया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर कहा कि एजेंडे पर आतंकवाद निरोध है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज रूस, भारत और चीन (आरआईसी) के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए चीन के वुझेन रवाना हो गई। त्रिपक्षीय बैठक में हिस्सा लेने के साथ ही विदेश मंत्री रूस और चीनी विदेश मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय चर्चा भी करेंगी।
रूस, भारत और चीन के विदेश मंत्रियों की बुधवार को होने वाली इस बैठक में हवाई हमले के अलावा पुलवामा आतंकवादी हमला, पाकिस्तान स्थित जैश ए मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकवादी घोषित करने का मुद्दा प्रमुख रूप से उठने की उम्मीद है।