हर हर महादेव और ‘गंगा मैया की जयÓ के उद्घोष से गूंत उठा कुंभ मेला। मंगलवार को हर-हर महादेव और गंगा मैया की जय के उद्धोष के साथ लाखों श्रद्धालुओं ने माघी पूर्णिमा के शुभ अवसर पर गंगा, यमुना और पौराणिक गाथाओं में वर्णित सरस्वती नदियों के संगम पर डुबकी लगाई।
इस मौके पर एक बुजुर्ग साधु ने बताया, आमतौर पर कल्पवासियों से तात्पर्य प्रयाग कुंभ मेले में आने वाले आस्थावान श्रद्धालुओं से होता है। वे एक महीने तक गंगा के तट पर रह कर, बेहद कठोर नियमों के साथ जीवन जीने का संकल्प लेते हैं। यह आम जीवन से काफी कठिन होता है।
उन्होंने बताया, आज के दिन पवित्र स्नान करने के बाद वे अपने अपने घर वापस लौट जाएंगे।
मंगलवार तड़के चार बजे से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ ने पवित्र स्नान शुरू कर दिया। कुंभ नगरी के लिए बनाए गए अस्थायी उपनगर परिसर में वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा हुआ है। स्नान के बाद अपने कपड़े सुखाने में व्यस्त पठानकोट के आदित्य लंगर ने बताया कि मैंने देखा है कि ज्यादातर लोग दिन में देर से आते हैं। इसलिए लगा कि तड़के ही स्नान कर लेना चाहिए।
उत्तर प्रदेश सरकार ने सोमवार को माघी पूर्णिमा पर सार्वनजिक अवकाश की घोषणा की थी। प्रशासन के मुताबिक, दिन भर में 1.50 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के पवित्र स्नान करने का अनुमान है। भीड़ के प्रबंधन के लिए 40 स्नान घाटों का निर्माण किया गया है। 21 जनवरी को पौष पूर्णिमा पर संगम इलाके में 1.07 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई थी।
