लोकसभा चुनाव में अब दो महीने का समय शेष रह गया है। देश की राजनीतिक पार्टियां लोकसभ चुनाव नजदीक होने के साथ ही सोशल मीडिया का इस्तेमाल प्रचार-प्रसार के लिए जोरशोर से किया जा रहा है। व्हाट्सएप कंपनी ने कहा है कि भारत में तकरीबन 90 फीसदी लोग इस ऐप का इस्तेमाल व्यक्तिगत तौर पर एक दूसरे को मैसेज भेजने के लिए करते हैं। अधिकतर ग्रुप में 10 से कम लोग हैं। बहुत ही कम ग्रुप हैं जिनमे सदस्यों की संख्या अधिक है।
चुनावी माहौल में व्हाट्सएप ने राजनीतिक दलों और नेताओं को चेतावनी दी है कि वह इस माध्यम का बेहतर इस्तेमाल करें। व्हाट्सएप की ओर से कहा गया है कि राजनीतिक पार्टियां व्हाट्सएप का इस्तेमाल अपेक्षित तरीके से नहीं कर रही हैं। ऐसे में कंपनी ने खुले तौर पर चेतावनी दी है कि अगर राजनीतिक पार्टियां व्हाट्सएप का सही इस्तेमाल नहीं करती हैं तो उनके अकाउंट को लोकसभा चुनाव से पहले बंद कर दिया जाएगा।
कुल यूजर्स की संख्या 230 मिलियन
जानकारी के लिए बता दें कि भारत में व्हाट्सएप यूजर्स की संख्या 230 मिलियन है। नई दिल्ली में व्हाट्सएप कम्युनिकेशन के हेड कार्ल वूग ने कहा कि हमने देखा है कि तमाम राजनीतिक पार्टियां इस एप का इस्तेमाल अपेक्षित तरीके से नहीं कर रही हैं, ऐसे में उन्हें बैन का सामना करना पड़ सकता है। हम कोशिश कर रही हैं कि व्हाट्सएप को पर्सनल मैसेंजर बनाए रखा जाए।
अबतक 2 मिलियन यूजर्स ब्लॉक
व्हाट्सएप की ओर से एक व्हाइट पेपर स्टोपिंग एब्यूज जारी किया है जिसमे कहा गया है कि हमारी शीर्ष प्राथमिकता है कि व्हाट्सएप के इस्तेमाल को रोबोट के तौर पर इस्तेमाल होने से रोकना। वैश्विक स्तर पर कंपनी की ओर से पिछले तीन महीने में 2 मिलयन यूजर्स को ब्लॉक किया गया है।
कंपनी के पास दुनियाभर में कुल 1.5 बिलियन व्हाट्सएप यूजर्स हैं। कंपनी की ओर से कहा गया है कि हमने भारत के चुनाव आयोग और राज्य के चुनाव आयोग को भी इस बारे में जानकारी दी है।
