मनी लॉन्ड्रिंग केस में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा पर शिकंजा कसते जा रहा है। मनी लॉन्ड्ररिंग मामले में गुरुवार को दोबारा प्रत्यर्पण निदेशालय (ईडी) में पेश होने को कहा है।
ज्ञातव्य है कि मनी लॉड्रिंग केस में रॉबर्ट वाड्रा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश हुए थे। उनके साथ करीब 6 घंटे तक पूछताछ चली। इसके बाद ईडी के अफसरों ने रॉबर्ट वाड्रा को फिर तलब किया है। अब गुरूवार को वह फिर सुबह 10.30 बजे पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर पहुंचेंगे। बुधवार को हुई पूछताछ के बाद रॉबर्ट वाड्रा के वकील सुमन ज्योति खेतान ने कहा कि बिना समन के वाड्रा ईडी के दफ्तर पहुंचे और अधिकारियों के सवालों का जवाब दिया। ईडी जब भी बुलाएगा, हम आने के लिए तैयार हैं।
ईडी के अफसरों ने करीब छह घंटे में उनसे 42 सवाल पूछे। अफसरों ने विदेशों में बेनामी संपत्तियों को लेकर वाड्रा से पूछताछ की थी।
क्या है मामला
रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ चल रहा केस लंदन के 12 ब्रायंस्टन स्क्वक्वायर पर स्थित एक संपत्ति की खरीद में मनी लॉन्ड्रिंग (धन शोधन) के आरोपों से जुड़ा है। यह प्रॉपर्टी 19 लाख पाउंड में खरीदी गई थी और इसका मालिकाना रॉबर्ट वाड्रा के पास है।
जांच एजेंसी ने अदालत को बताया था कि भगोड़े हथियार व्यापारी संजय भंडारी के खिलाफ आयकर विभाग काला धन अधिनियम एवं कर कानून के तहत जांच कर रहा है। इसी दौरान मनोज अरोड़ा की भूमिका सामने आई, जिसके आधार पर मनी लॉन्ड्र?िंग का केस दजज़् किया गया।
आरोप ये है कि लंदन स्थित इस संपत्ति को 19 लाख पाउंड में संजय भंडारी ने खरीदा था और 2010 में इसे इतनी ही राशि में बेच दिया गया। जबकि उसी मरम्मत, साजसज्जा पर करीब 65,900 पाउंड खर्च किया गया था, बावजूद इसके खरीद दाम में ही प्रॉपटीज़् रॉबटज़् वाड्रा को बेची गई।
