बेंगलुरु पुलिस की मदद से खूंखार डॉन रवि पुजारी को साउथ अफ्रीका के एक देश सेनेगल में गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तारी की पुष्टि मुंबईक्रक्राइम ब्रांच के प्रमुख आशुतोष डुम्बरे ने किया है। बताया जा रहा है कि डेढ साल पहले ही अफ्रीका जाकर रहने लगा था। इससे पहले उसने कई ठिकाने बदले और जांच एजेंसियों को चकमा देने में कामयाब रहा। गुजरात का आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) और क्रक्राइम ब्रांच सहित मुंबई और कर्नाटक की पुलिस लंबे समय से उसकी तलाश कर रही थी।
सूत्रों के अनुसार भारतीय खुफिया एजेंसियों से सूचना मिलने के बाद उसे 22 जनवरी को सेनेगल की राजधानी डकार स्थित एक होटल से हिरासत में लिया गया था। इसके बाद उसकी शिनाख्त के लिए भारतीय एजेंसियों से संपर्क किया गया। पुष्टि होने के 24 घंटों के भीतर इंटरपोल सेंट्रल ब्यूरो ऑफ क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन डिवीजन (डीआईसी) की मदद से उसे गिरफ्तार कर लिया गया था।
हाल ही में मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने उसके दो खास सहयोगी विलियम रोड्रिग्ज, और आकाश शेट्टी को मकोका के तहत गिरफ्तार किया था जबकि 2014 में उसकी पत्नी पद्मा को भी प्रत्यर्पण के बाद मुंबई में गिरफ्तार कर लिया गया था।
रवि पुजारी की पूरी कहानी
2016 में अंडरवल्र्ड डॉन छोटा राजन की गिरफ्तारी के बाद उसने बाली छोड़ दिया और आस्ट्रेलिया चला गया। यहां पर थोड़े दिन रहने के बाद वह बैंकॉक, कुआलालंपुर और मोरक्को में कुछ दिन रहा और आखिर में डेढ़ साल पहले पश्चिम अफ्रीका में बस गया। यहां पर स्वतंत्र रूप से विभिन्न माफियाओं के लिए काम करने के साथ ही उसने होटलों का व्यवसाय शुरू कर दिया।
इंटरपोल की सूचना
22 जनवरी को इंटरपोल द्वारा दी गई सूचना के आधार पर महाराजा/नामस्त्रि नामक होटल से पुजारी को गिरफ्तार किया गया। यह होटल पुजारी का ही बताया जाता है। जांच एजेंसियों ने उसे पकडऩे के लिए पुजारी समुदाय का भी सहयोग लिया।
खुफिया एजेंसियों को सूचना मिली कि पुजारी पिछले साल 31 दिसंबर को सेनेगल में एक क्रिकेट मैच के दौरान मौजूद है और तब से उसकी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाने लगी। खुफिया एजेंटों ने इसकी जानकारी सेनेगल में भारतीय राजदूत को दी जिन्होंने उस देश के प्रधानमंत्री से संपर्क किया। भारतीय राजदूत राजीव कुमार ने पुजारी को गिरफ्तार कराने में अहम भूमिका निभाई।