भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को राजनयिक पहुंच देने के मामले में पाकिस्तान झुक गया है। पाकिस्तान ने भारत के सामने की राजनयिक पहुंच की पेशकश की, भारत ने कहा उचित जवाब देंगे।
अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय हेग में कुलभूषण जाधव के मामले में पाकिस्तान को मिली हार के बाद उसने अब भारत की बात मान ली है और जाधव को भारतिय कान्सुलर के एक्सेस की मांग को स्वीकार लिया है… हालांकि अभी इसके तौर तरीको पर बात होना बाकी है लेकिन कम से कम एक बाऱ फिर से पाकिस्तान को भारत की माननी पडी है।
पाकिस्तान में मौत की सजा का सामना कर रहे भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव के मामले में इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस यानी आईसीजे के फैसले के बाद पाकिस्तान आखिरकार झुक गया है । पाकिस्तान ने जाधव को राजनियक पहुंच देने की भारत की मांग को स्वीकार कर लिया है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने भारत को इस बारे में जानकारी दी है। हालांकि, अभी इसके तौर-तरीको पर कोई चर्चा नहीं की गई है। भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया कि वो कूटनीतिक चैनलों के माध्यम से पाकिस्तान को इसका जवाब देंगे।
गौरतलब है कि पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने अप्रैल 2017 में बंद कमरे में सुनवाई के बाद जासूसी और आतंकवाद के आरोपों में भारतीय नौसेना के सेवानिवृत्त अधिकारी जाधव को मौत की सजा सुनाई थी। उनकी सजा पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। भारत ने पाक ने कई बार राजनयिक पहुंच की मांग की लेकिन पाक ने इसे स्वीकार नहीं किया था। मौत की सजा पर रोक लगाने के लिए भारत ने अंतरराष्ट्रीय न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। आईसीजे में कुलभूषण जाधव मामले में भारत की बड़ी जीत हुई। अदालत ने पाकिस्तान से कहा कि वह भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को दी गई मौत की सजा की”प्रभावी समीक्षा और पुनर्विचार” करे। इसके साथ ही आईसीजे ने जाधव तक राजनयिक पहुंच दिए जाने की भारत की मांग के पक्ष में फैसला सुनाया। अब आईसीजे के 17 जुलाई के आदेश के दो हफ्ते बाद पाकिस्तान ने यह कदम उठाया है।
