संसद में एक राष्ट्र एक चुनाव को होने वाली सर्वदलीय बैठक में ममता बनर्जी के बाद अरविंद केजरीवाल, मायावती, एमके स्टालिन और चंद्रबाबू नायडू ने भी शामिल होने से इनकार कर दिया है। बैठक की अध्यक्षता पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे।
‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ को लेकर संसद में आज होने वाली अहम बैठक से विपक्ष किनारा करता जा रहा है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बाद अन्य क्षेत्रीय दलों के प्रमुख भी बैठक का हिस्सा बनने से इनकार कर रहे हैं। ममता के बाद बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की सुप्रीमो मायावती, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल, तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू और डीएमके अध्यक्ष एम. के. स्टालिन ने भी बैठक में नहीं शामिल होने का मन बनाया है। हालांकि, इनमें से कुछ नेता बैठक में अपने प्रतिनिधियों को भेजेंगे।
केजरीवाल और स्टालिन इस बैठक के लिए अपने-अपने प्रतिनिधियों को भेजेंगे लेकिन एनसीपी चीफ शरद पवार समेत कई विपक्षी दलों के प्रमुख इस बैठक में शामिल भी होंगे। उनके अलावा, सीपीआई महासचिव एस. सुधाकर रेड्डी भी पीएम के साथ बैठक में शामिल होंगे।
दिल्ली के मुख्यमंत्री और AAP प्रमुख अरविंद केजरीवाल भी मीटिंग में शामिल नहीं होंगे। उनकी जगह राघव चड्ढा पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे। चंद्रबाबू नायडू ने भी बैठक में शामिल न होने का फैसला किया है। उनकी जगह बैठक में जयदेव गल्ला पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे। डीएमके के चीफ स्टालिन भी बैठक में शामिल होने से इनकार कर चुके हैं। इसके अलावा अब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बैठक में आने को लेकर सस्पेंस बना हुआ है।
इस बैठक में ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ पर विचार, 2022 में आजादी के 75वें वर्ष के जश्न, महात्मा गांधी के इस साल 150वें जयंती वर्ष को मनाने समेत कई मामलों पर चर्चा की जाएगी। इसके बाद 20 जून को सभी सांसद रात्रिभोज के समय बैठक करेंगे।
