चौबीस घंटे प्रसारित होने वाले समाचार अब डीआरएम पर उपलब्ध होंगे जिससे लोग काफी उत्साहित है
आकाशवाणी ने डिजिटल रेडियो मोंडियल को अपनाया है, इसके लिए आकाशवाणी डीआरएम के 38 ट्रांसमीटर भी लगा चुका है। नई कारों में आसानी से डीआरएम देखा जा सकता है जिसपर प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों से लोग काफी उत्साहित हैं।
ऑल इंडिया रेडियो यानि आकाशवाणी अपने कार्यक्रमों की वजह से दुनियाभर में श्रोताओं के बीच अपनी एक अलग पहचान रखता है और पिछले कुछ समय में डिजिटल प्रौद्योगिकी के तहत आकाशवाणी ने डीआरएम को अपनाया है। डीआरएम यानि डिजिटल रेडियो मोंडियल….डिजिटल ब्रॉडकास्ट की ऐसी तकनीक, जिससे ब्रॉडकास्ट करने पर रिसीवर में जो क्वालिटी मिलती है वो किसी एफएम से कम नहीं है। बेहतर गुणवत्ता के साथ डिजिटल के बहुत सारे फायदे भी हैं जैसे कम ऊर्जा में ही ज्यादा कवरेज़ क्षेत्र मिल जाना, एक ही ट्रांसमीटर से हम कई कार्यक्रम याफिर चैनल ले सकते हैं। डीआरएम की सबसे ख़ास बात ये है कि इसमें ऑडियो के साथ-साथ प्रसारित हो रहे विषय से संबधित शब्दों को भी स्क्रीन पर पढ़ा जा सकता है। ऑल इंडिया रेडियो ने डीआरएम के लिए अबतक 38 ट्रांसमीटर लगाए हैं जिसमें 35 ट्रांसमीटर मीडियम वेव में और 3 ट्रांसमीटर शॉर्ट वेव में हैं।
भारतीय सड़कों पर आप रोजाना एक से बढ़कर एक कार देख सकते हैं और इनमें से काफी नई कारों में तो अब डीआरएम आसानी से देखा भी जा सकता है। इन कारों में लगे डीआरएम के लिए मालिकों को कोई अतिरिक्त प्रभार भी नहीं चुकाना पड़ता। डीआरएम पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों को लेकर लोग भी काफी उत्साहित हैं।
डीआरएम पर फिलहाल चौबीस घंटे के समाचार और रेंबो प्रसारित हो रहा है। लेकिन दोपहर साढे तीन बजे से लेकर साढे चार बजे तक विविध भारती समेत तीन कार्यक्रम सुने जा सकते हैं। भविष्य में डीआरएम पर मौसम की जानकारी, ट्रैफिक और शेयर जैसी जानकारियां भी उपलब्ध रहेंगी।
