चाहुंओर से घिर चुके पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने देश की संसद में कहा कि उनके कब्जे में एक भारतीय पायलट है, उसे शुक्रवार को रिहा किया जाएगा।
इमरान की मानें तो वह यह कदम ‘शांति का प्रदर्शन करने के मकसद से उठा रहे हैं लेकिन हकीकत कुछ और ही है। दरअसल कहीं न कहीं इमरान पर पड़े दबाव ने उन्हें यह करने के लिए मजबूर कर दिया।
बताया जा रहा है कि अमेरिका, यूएई और सऊदी अरब ने पाकिस्तान पर खासा दबाव बनाया था। अभी तक भारत सरकार पर इस पर कोई भी आधिकारिक बयान नहीं आया है लेकिन माना जा रहा है कि दबाव में इमरान को अभिनंदन को रिहा करने का फैसला लेना पड़ा।
ट्रंप ने दिया था इशारा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनान्ड ट्रंप ने वियतनाम की राजधानी वियतनाम से इशारे इशारे में बताया दिया था कि वायुवीर की जल्द वतन वापसी होगी। ट्रंप ने ऐलान किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव जल्द खत्म हो सकता है। उन्होंने बताया कि दोनों देशों की तरफ से कोई सकारात्मक खबर जल्द आ सकती है।
दोनों ही देश भारत के अहम रणनीतिक साझेदार हैं। यूएई के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद जायद ने शाम को ट्वीट किया कि भारत और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को फोन किया गया है। दोनों से बातचीत में इस बात पर जोर दिया गया है कि हाल ही में जो घटनाक्रम हुए है उससे निबटने के लिए वार्ता और आपसी संपर्क को प्राथमिकता दी जाए।
