संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में किए किए गए हमले की कड़ी निंदा की है। साथ ही पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद द्वारा पुलवामा में किए गए हमले की निंदा की है। इस हमले की साजिशकतार्ओं, आयोजकों और प्रायोजकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आह्वान किया है।
सुरक्षा परिषद ने साफ साफ कहा है कि आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का जिक्र करते हुए कहा है कि आतंकी संगठन को पाकिस्तान पनाह दे रखा है। साथ ही कहा कि हमलों के लिए दोषियों को न्याय के कठघरे में लाने का समय आ गया है।
यूएनएससी ने एक बयान में कहा है कि सुरक्षा परिषद के सदस्य जम्मू एवं कश्मीर में हुए जघंन्य और कायरतापूर्ण आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करती है। इसमें भारतीय अर्धसैनिक बल के 40 जवान शहीद हो गए थे और जिसकी जिम्मेदारी जैश-ए-मुहम्मद ने ली है।
यूण्नएससी के सदस्य देशों ने इस हमले में शहीद हुए जवानों के परिजनों के साथ ही भारत की जनता और सरकार के प्रति गहरी संवेदना और सहानुभूति जताई है। सुरक्षा परिषद ने घायल हुए जवानों के जल्द ठीक होने की कामना की है।
सुरक्षा परिषद के सदस्यों का मानना है कि किसी भी तरह का आतंकवाद अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर खतरा है।
उल्लेखनीय है कि पुलवामा हमले के बाद आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान पर अंतर्राष्ट्रीय दबाव बढ़ रहा है। दुनिया के लगभग सभी शक्तिशाली देश पुलवामा हमेल को लेकर पाकिस्तान की आलोचना की है।