रिजर्व बैंक ने म्यूचुअल फंड कंपनियों पर दवाब कम करने के लिए पचास हजार करोड़ रूपए की विशेष नकद सुविधा की घोषणा की।
भारतीय रिजर्व बैंक नेम् यूचुअल फंड के प्रवाह को आसान करने के उद्देश्य से 50 हजार करोड़ रूपये के म्यूचुअल फंड के लिए विशेष सुविधा की घोषणा की है। रिजर्व बैंक ने कहा है कि कोविड-19 के आर्थिक प्रभाव को कम करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगा और वित्तीय स्थिरता सुरक्षित रखेगा।
RBI ने कहा है कि म्यूचुअल फंड के लिए विशेष तरलता सुविधा के तहत, वह निर्धारित रेपो दर पर 90 दिनों का रेपो परिचालन करेगा। एसएलएफ-एमएफ (SLFMF) ऑन-टैप और ओपन-एंड है, और बैंक सोमवार से शुक्रवार (छुट्टियों को छोड़कर) किसी भी दिन धन प्राप्त करने के लिए अपनी बोलियां प्रस्तुत कर सकते हैं।
यह योजना 27 अप्रैल, 2020 से 11 मई, 2020 तक या आवंटित राशि के उपयोग तक उपलब्ध है। रिजर्व बैंकने कहा है कि वह बाजार की स्थितियों के आधार पर समय और राशि की समीक्षा करेगा।
एसएलएफ-एमएफ(SLF-MF) के तहत मिलने वाली धनराशि का इस्तेमाल बैंकों द्वारा ख़ास तौर पर ऋण लेनेऔर निवेश ग्रेड कॉरपोरेट बॉन्ड, कमर्शियल पेपर्स (सीपीडी), और एमएफ द्वारा आयोजित सीडी और डिबेंचर प्रमाण पत्र की जमानत के लिए और / या रेपो की सीधी खरीद के लिए किया जाता है।
