विपक्ष के हंगामे के कारण आज राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने और आवश्यक दस्तावेज सदन पटल पर रखे जाने के बाद बहुजन समाज पार्टी के सतीश चन्द्र मिश्रा और इसी पार्टी के अन्य सदस्यों ने उत्तर प्रदेश से सम्बद्ध कुछ मुद्दों को उठाना चाहा। इसी दौरान तेलुगूदेशम पार्टी के सदस्य सदन के बीचोबीच आ गये। इनमें से एक सदस्य तख्ती दिखाने लगा।
हंगामे के दौरान ही जनजातीय मामलों के मंत्री जुएल ओराम ने अनुसूचित जनजातियां आदेश तीसरा संशोधन विधेयक 2019 और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अनिवासी भारतीय विवाह रजिस्ट्रीकरण विधेयक 2019 पेश किया । इसका कांग्रेस के सदस्यों ने विरोध किया और उसके कुछ सदस्य सदन के बीच में आ गये। सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि विधेयक पर चर्चा नहीं हो रही है।
श्री नायडू ने कहा कि कुछ सदस्यों ने नियम 267 के तहत नोटिस दिया है जिसे अस्वीकार कर दिया गया है। उन्होंने सदस्यों से बार-बार शांत रहने की अपील की, लेकिन सदस्यों का हंगामा जारी रहने पर उन्होंने सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
