ऑस्कर पुरस्कारों के ऐलान का वक्त आ चुका है। लिहाजा अनुमानों का बाजार गर्म है। साल 2019 में भारत की ओर से सीनेटरी पैड बनाने वानी कंपनी और उसके इर्द-गिर्द बनी डॉक्यूमंट्री पर बनी फिल्म ऑस्कर के लिए नामित हुई है।
उत्तर प्रदेश के हापड़ जिले के गांव काठीखेड़ा निवासी स्नेहा को लेकर बनाई गई पीरियड एंड ऑफ सेंटेंसÓ फिल्म पिछले दिनों ऑस्कर अवॉर्ड के लिए नामित हुई थी। यह फिल्म नारी स्वास्थ्य जागरूकता को लेकर बनी थी।
इस शमीर्ली लड़की ने अपने संकल्प और मेहनत से न केवल सीनेटरी पैड बनाने वाली कंपनी में खुद काम करना शुरू किया बल्कि अपनी सहेलियों को भी इससे जोड़ा। सहेलियों संग मिलकर स्नेेहा ने गांव में ही सेनेटरी पैड बनाने का उद्योग लगाया था। ऑस्कर अवार्ड को पाने के लिए पूरी टीम खुशी के आंसूओं संग दिल्ली एयरपोर्ट से अमेरिका के लिए रवाना हुई।
अवार्ड के लिए पांच फिल्में चुनी गई हैं जिसमें पूरे भारत से यह एक मात्र फिल्म है। 24 फरवरी को अमेरिका में अॅवार्ड को लेकर घोषणा की जाएगी।
अब उसपर बनी एक डोकुमेंट्री ऑस्कर ने नामित हुई है। जब उसे इसका पता चला तो खुशी से उसके मुंह से बोल नहीं फूटे।
काठीखेड़ा में मध्यम वर्गीय परिवार की स्नेहा पढ़ लिखकर यूपी पुलिस में जाने की तैयारी कर रही है। गांव की ही एक सुमन गृहणी है। कुछ साल पहले एक एक्शन इंडिया कंपनी ने महिलाओं के मासिक धर्म में इस्तेमाल होने वाले सैनेट्री पैड बनाने का काम शुरू किया। स्नेहा को इसके लिए संपर्क किया गया और उसे मासिक धर्म के बारे में पूछा गया तो वह शरमा गई। उसने कहा वह जानती है मगर इस बारे कुछ बोल नहीं सकती। घर जाकर उसने इस पर विचार किया और फिर फैसला किया कि वह संस्था के साथ काम करेगी।
