ग्रामीण परिवेश में महिलाओं के मासिक धर्मं को लेकर ग्रामीण भारत की पृष्ठभूमि पर बनी फिल्म ‘पीरियड एंड ऑफ सेंटेंस ने अमरीका के कैलिफॉर्निया में इतिहास रच दिया है। पीरियड एंड ऑफ सन्टेंस को बेस्ट डॉक्युमेंट्री शॉर्ट सब्जेक्ट कैटेगरी में ऑस्कर अवॉर्ड मिला है। फिल्म का निर्देशन रायका जेताबची और निर्माण गुनीत मोंगा के सिख्या एंटरटेंनमेंट ने किया है।
अमेरिका तके डॉल्बी थिएटर में आयोजित हुए ऑस्कर अवार्ड सेरेमनी में विजेताओं के नाम की घोषणा शुरू हो चुकी है। भारत में मासिक धर्म से जुड़ी वर्जनाओं पर आधारित फिल्म पीरियड एंड ऑफ सेंटेंस ने 91वें अकादमी पुरस्कार समारोह में डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट सब्जेक्ट की श्रेणी में ऑस्कर पुरस्कार हासिल किया है। इसकी कहानी हापुड़ में रहने वाली लड़कियों पर बुनी गई है।
फिल्म का निर्देशन गुनीता मोंगा और सह निर्देशन निर्माण मोंगा ने किया है। फिल्म मेकर से सोशल मीडिया पर ऑक्सर जीचने पर ट्वीट के जरिए अपनी खुशी जाहिर की है। गुनीत मोंगा ने ट्वीट किया, “हम जीत गए!!! धरती पर हर लड़की एक देवी है…
यह है फिल्म की पूरी कहानी
उत्तर प्रदेश के हापड़ जिले के गांव काठीखेड़ा निवासी स्नेहा को लेकर बनाई गई पीरियड एंड ऑफ सेंटेंसÓ फिल्म पिछले दिनों ऑस्कर अवॉर्ड के लिए नामित हुई थी। यह फिल्म नारी स्वास्थ्य जागरूकता को लेकर बनी थी।
इस शमीर्ली लड़की ने अपने संकल्प और मेहनत से न केवल सीनेटरी पैड बनाने वाली कंपनी में खुद काम करना शुरू किया बल्कि अपनी सहेलियों को भी इससे जोड़ा। सहेलियों संग मिलकर स्नेहा ने गांव में ही सेनेटरी पैड बनाने का उद्योग लगाया था।
काठीखेड़ा में मध्यम वगीज़्य परिवार की स्नेहापढ़ लिखकर यूपी पुलिस में जाने की तैयारी कर रही है। गांव की ही एक सुमन गृहणी है। कुछ साल पहले एक एक्शन इंडिया कंपनी ने महिलाओं के मासिक धर्म में इस्तेमाल होने वाले सैनेट्री पैड बनाने का काम शुरू किया। स्नेहा को इसके लिए संपर्क किया गया और उसे मासिक धर्म के बारे में पूछा गया तो वह शरमा गई। उसने कहा वह जानती है मगर इस बारे कुछ बोल नहीं सकती। घर जाकर उसने इस पर विचार किया और फिर फैसला किया कि वह संस्था के साथ काम करेगी।
