संसद का मौजूदा सत्र कामकाज के लिहास से बेहद सार्थक साबित हो रहा है, आज भी संसद के दोनों सदनों से कई महत्वपूर्म बिल पास हुए है… इन विधेयको में बाल यौन अपराध संरक्षण शामिल है तो दिवाला और शोधन अक्षमता संहिता (संशोधन) विधेयक भी पारित हो गया है… इसके अलावा भी क्या हुआ संसद में पढ़िए ये रिपोर्ट..
बच्चों को यौन अपराधों से सुरक्षा प्रदान करने के लिए ऐतिहासिक फैसला करते हुए संसद ने बाल यौन अपराध संरक्षण कानून 2012 यानी पोक्सो कानून में संशोधन को मंजूरी दे दी है। राज्यसभा से पहले ही पास हो चुके इस विधेयक को लोकसभा ने भी मंजूर कर लिया है। इसमें बच्चों से जुड़े यौन अपराधों के लिए मृत्युदंड सहित सख्त दंडात्मक प्रावधान किए गए हैं।
समयबद्ध तरीके से ऋण से जुड़े मुद्दों का निपटारा करने और शेयरधारकों के हितों के बारे में अधिक स्पष्टता प्रदान करने के मकसद से लाए गए दिवाला और शोधन अक्षमता संहिता (संशोधन) विधेयक को भी संसद ने मंजूरी दे दी। यह विधेयक राज्यसभा में पारित हो चुका है। लोकसभा में विधेयक पर चर्चा का जवाब देते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य समयबद्ध तरीके से ऋण से जुड़े मुद्दों का निपटारा करना एवं समाधान निकालना है।
आतंकवादियों पर कड़े प्रहार के लिए राज्यसभा में विधि विरुद्ध क्रियाकलाप निवारण संशोधन विधेयक यानी यूएपीए संशोधन विधेयक पर चर्चा शुरु हुई। चर्चा के बाद विधेयक को पास कर दिया गया यानी इसे संसद से भी मंजूरी मिल गई। कानून में संशोधन के जरिए किसी आतंकवाद को पोषित करने में लगे किसी व्यक्ति यानी हाफिज सईद और मसूद अजहर जैसे लोगों को भी आतंकी घोषित किया जा सकेगा।
कागज की बचत करने और प्रिटिंग पर होनेवाले करोड़ों रुपए के खर्च को बचाने के मकसद से लोकसभाध्यक्ष ओम बिरला ने एक बार फिर सदन में ज्यादा से ज्यादा प्रक्रियाओं को पेपरलेस बनाने का एलान किया। साथ ही उन्होंने सांसदों से अपील भी की, कि वो डिजिटल इंडिया को आगे बढ़ाने के मकसद से संसद की कैंटीन सहित अन्य स्थानों पर उपलब्ध कैशलेस सुविधाओं का उपयोग करें।
संसद के मौजूदा सत्र में जमकर काम हो रहा है। करीब डेढ़ दर्जन कानून इस सत्र में संसद पास कर चुका है तो तीन तलाक को रोकने वाले कानून सहित कई अन्य कानून लागू भी हो चुके हैं।
