भारत बहरीन के बीच सदियों पुराने संबंधों को प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी यात्रा से नई ऊंचाई दी. बहरीन के प्रधानमंत्री ने हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री का स्वागत किया और दोनों ही नेताओं ने प्रतिनिधिमंडल स्तर की द्विपक्षीय मुलाक़ात कर अंतरिक्ष सहित सौर ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग को लेकर समझौता भी किया.
बहरीन की धरती पर किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री की ये पहली यात्रा है. दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों में ये यात्रा नया आगाज है. हवाई अड्डे पर बहरीन के प्रधानमंत्री खलीफ़ा बिन सलमान अल ख़लीफ़ा ने ख़ुद गर्मजोशी के साथ अगवानी की. इसके बाद राजधानी मनामा स्थित अल-गुदैबिया पैलेस में प्रधानमंत्री मोदी का औपचारिक स्वागत किया गया.
इसके बाद दोनों ही नेताओं ने अल-गुदैबिया पैलेस में द्विपक्षीय मुलाक़ात की और प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की. इस बैठक में दोनों देशों के कई साझा हितों और मुद्दों पर व्यापक चर्चा हुई. इसके बाद कई समझौता-ज्ञापन और समझौते पर दस्तावेज़ों का आदान-प्रदान किया. इसमें अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग को लेकर इसरो और बहरीन की राष्ट्रीय अंतरिक्ष विज्ञान संस्था के बीच सहयोग प्रमुख रहा. इसके अलावा सौर ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग और सांस्कृतिक क्षेत्र में दोनों देशों के बीच ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए.
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने समकक्ष के साथ मुलाक़ात में बहरीन को खाड़ी क्षेत्र के लिए गेटवे बताया. उन्होंने कहा कि ऊर्जा पूर्ति के साथ-साथ दोनों देशों के संबंध नई ऊंचाइयों पर पहुंच रहे हैं.
दोनों देशों के बीच साल 2018-19 में व्यापार बढ़कर 1.3 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है. प्रधानमंत्री की बहरीन की ये दोनों देशों की यात्रा सदियों पुराने संबंधों को और भी मज़बूती देगी.
