मुखर्जी नगर में ग्रामीण सेवा के ड्राइवर की पिटाई मामले में 24 घंटे बाद एफआईआर हुई और तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
ड्राइवर की पिटाई के मामले को लेकर राजधानी में सियासत भी गर्मा गई है। राजनीतिक पार्टियों ने ड्राइवर की पिटाई करने के मामले में आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने भी कहा कि सभ्य समाज में हिंसा की कोई जगह नहीं।राजनीतिक पार्टियों ने ड्राइवर की पिटाई करने के मामले में आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस द्वारा ड्राइवर और उसके बेटे की पिटाई का विडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद यह घटना सामने आई थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुखर्जी नगर में रविवार को हुई दिल्ली पुलिस की ‘बर्बरता’ बेहद निंदनीय और अन्यायपूर्ण है।
इस हमले के बाद से दिल्ली के कई सिख संगठन एक साथ खड़े हुए और एक सुर में दोषी पुलिसवालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
सोमवार शाम को आरोपी पुलिसवालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी का एक प्रतिनिधिमंडल पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक से मिला। मुलाकात के बाद गुरुद्वारा कमिटी के प्रेजिडेंट मनजिंदर सिंह सिरसा ने दावा किया कि उन्हें पुलिस कमिश्नर ने भरोसा दिया है कि सरबजीत के खिलाफ 307 का मामला दर्ज नहीं किया जाएगा। इसके साथ ही विडियो में दिख रहे सभी आरोपी पुलिसवालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जरूर की जाएगी।
उधर सोमवार रात को सोमवार देर रात को बड़ी संख्या में सिख समुदाय के लोगों ने मुखर्जी नगर थाने का घेराव कर प्रदर्शन किया। इस दौरान वहां पहुंचे शिरोमणी अकाली दल के विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा से प्रदर्शनकारियों ने हाथापाई की।
सभी सिख संगठन गुस्से में हैं जिन्हें न सिर्फ दिल्ली के लोगों का समर्थन मिल रहा है बल्कि विदेशों के सिख संगठन भी दिल्ली पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
