गृह मंत्री अमित शाह काशी विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में शामिल हुए, उन्होंने कहा कि – चंद्रगुप्त विक्रमादित्य के साथ अन्याय हुआ, स्कंदगुप्त पर भी अध्ययन के लिए व्यापक सामग्री नहीं है। साथ ही इतिहास को दोबारा लिखने की जरूरत पर भी बल दिया।
गृह मंत्री अमित शाह ने काशी विश्वविद्यालय की दो दिन की अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में अपने विचार रखे। गुप्तवंशक-वीर : स्कंदगुप्त विक्रमादित्य के शुभारंभ के अवसर पर उन्होंने कहा कि इतिहास को दोबारा लिखने की जरूरत है क्योंकि इतिहास में कई वीर बहादुरों के साथ अन्याय हुआ। गृह मंत्री ने कहा कि चंद्रगुप्त विक्रमादित्य को भले प्रसिद्धि मिली हो लेकिन उनका साथ इतिहास में काफी अन्याय भी हुआ। उनके पराक्रम की जितनी प्रशंसा होनी थी, उतनी शायद नहीं हुई। साथ ही उन्होंने स्कंदगुप्त के योगदान को याद करते हुए कहा कि आज स्कंदगुप्त पर अध्ययन के लिए कोई 100 पेज भी मांगेगा, तो वो उपलब्ध नहीं हैं।
इस संगोष्ठी में राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्कंदगुप्त के शासन को स्वर्णिम युग बताते हुए कहा उनके काल में चौतरफा विकास हुआ था।