महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों के नतीजे आने के 15 दिन के बाद भी नई सरकार बनने को लेकर स्थिति अभी तक साफ नहीं हुई है। हालांकि बैठकों का दौर जारी है। महाराष्ट्र बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने गुरुवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलकर चुनाव के बाद सरकार बनाने में देरी के कानूनी पहलुओं पर चर्चा की।
महाराष्ट्र में मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल कल खत्म हो रहा है और अभी तक सरकार गठन को लेकर तस्वीर साफ नहीं हो पाई है। भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने कल राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलकर उन्हें राज्य की मौजूदा राजनीतिक स्थिति की जानकारी दी। भाजपा नेता नितिन गडकरी ने कहा है कि राज्य में सरकार बनाने पर जल्द फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने शिवसेना से ज्यादा सीटें जीती हैं, इसलिये मुख्यमंत्री उन्हीं की पार्टी का होगा।
इस बीच शिवसेना ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि वो महाराष्ट्र में सरकार गठन की प्रक्रिया में देरी कर रही है और राष्ट्रपति शासन थोपने की स्थिति बना रही है। शिवसेना के विधायकों की गुरुवार को पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के बांद्रा स्थित आवास “मातोश्री” में बैठक हुई जिसमें एक प्रस्ताव पारित कर, महाराष्ट्र में सरकार गठन पर “अंतिम निर्णय” लेने के लिए उद्धव को अधिकृत किया गया।
बैठक के बाद सभी विधायकों को एक साथ होटल में भेज दिया गया। दोनों पार्टियों के बीच जारी गतिरोध के बीच केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि राज्य में सरकार बनाने पर जल्द फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि चूंकि बीजेपी ने शिवसेना से ज्यादा सीटें जीती हैं, इसलिये मुख्यमंत्री उन्हीं की पार्टी का होगा।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में 288 सीटों के लिये 21 अक्टूबर को हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा और शिवसेना गठबंधन को 161 सीटें मिली थीं जो सरकार बनाने के लिये जरूरी 145 के आंकड़े से ज्यादा है, लेकिन मुख्यमंत्री किस पार्टी का होगा इसे लेकर जारी गतिरोध के चलते अब तक नयी सरकार का गठन नहीं हुआ है। बीजेपी और शिवसेना मुख्यमंत्री पद के मुद्दे पर उलझे हुए हैं । शिवसेना जहां मुख्यमंत्री पद को साझा करने पर जोर दे रही है वहीं भाजपा ने इससे साफ इनकार कर दिया है।