पुलवामा में 14 फरवरी को CRPF पर हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय वायुसेना ने बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी कैंपों को तबाह किया था. भारत की तरफ से की गई इस कार्रवाई में आतंकी संगठन को भारी नुकसान पहुंचा था. शुक्रवार को वायुसेना की तरफ से इस एयरस्ट्राइक पर एक वीडियो जारी किया गया है. जिसमें एयरस्ट्राइक की पूरी प्रक्रिया को दिखाया गया है कि कैसे बालाकोट में आतंकी अड्डों पर बम बरसाए गए थे. वीडियो में दिखाया गया है कि बालाकोट में एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने अगले दिन (27 फरवरी) को भारतीय वायुक्षेत्र में घुसने की कोशिश की, लेकिन भारतीय वायुसेना के जवानों ने उन्हें खदेड़कर बाहर कर दिया.
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को जब आतंकियों ने CRPF के जवानों के काफिले पर हमला किया था. तब पूरे देश में रोष था इसी के जवाब में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में घुसकर एयरस्ट्राइक की थी. इस एयरस्ट्राइक में वायुसेना ने आतंकी ठिकानों पर ताबड़तोड़ बम बरसाए थे. शुक्रवार को वायुसेना की तरफ से जब इस एयरस्ट्राइक पर एक प्रमोशनल वीडियो जारी किया गया तो हमारे वायुसैनिकों की शौर्यगाथा एक बार फिर दुनिया के सामने आई. वायुसेना प्रमुख राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने भारतीय वायुसेना के वार्षिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वायुसेना की अभियान संबंधी तैयारियां बेहद ऊंचे स्तर की हैं और पिछले साल बालाकोट हवाई हमले समेत उसने इस दिशा में कई उपलब्धियां हासिल की.
वायुसेना प्रमुख ने कहा कि बालाकोट हवाई हमले के एक दिन बाद पाकिस्तानी वायुसेना के साथ हुए हवाई संघर्ष में पाकिस्तान का एक एफ-16 विमान मार गिराया गया था. बडगाम में 27 फरवरी की सुबह भारतीय वायुसेना द्वारा अपने ही एमआई-17 हेलीकॉप्टर को मार गिराने को लेकर उन्होंने कहा कि यह”हमारी तरफ से हुई एक बड़ी गलती” थी और वायुसेना दोषियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई कर रही है.
उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है और किसी भी अभियान के बारे में फैसला सरकार को करना है.
भदौरिया ने कहा कि राफेल लड़ाकू विमान और एस-400 वायु रक्षा प्रणालियों की खरीद से भारतीय वायुसेना की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी. आईएएफ चीफ ने पाकिस्तान द्वारा छोटे ड्रोन से भारत में हथियार भेजने के मामले पर कहा कि छोटे ड्रोन हमारे लिए नई चुनौती हैं. इस समस्या से निपटने के लिए कई कदम उठाए गए हैं.