प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने 69वें जन्मदिन पर सरदार सरोवर बांध के अपनी क्षमता तक भरने की ऐतिहासिक घटना के गवाह बनेंगे। मां नर्मदा की करेंगे पूजा-अर्चना, बांध परिक्षेत्र में पर्यटन से जुड़ी कई परियोजनाओं का मुयाअना करेंगे। साथ ही विशाल जनसभा को संबोधित भी करेंगे।
सरदार सरोवर बांध अपनी अधिकतम ऊंचाई यानि 138.68 मीटर तक पहुंच गया है जो पहले कभी संभव नहीं हुआ था। यही कारण है कि इस ऐतिहासिक दिन के लिए प्रधानमंत्री मोदी खुद सरदार सरोवर डैम आ रहे है वो यहां नामानि देवी नर्मदा महोत्सव में हिस्सा लेंगे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी मां नर्मदा की पूजा करेंगे और सरदार सरोवर डैम का मुआयना भी करेंगे। 17 सितंबर को खुद प्रधानमंत्री मोदी का जन्म दिन भी है।
बरसों के संघर्ष के बाद, नर्मदा नदी पर बांध बना और देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल का सपना सच हुआ। ये संभव हुआ मोदी सरकार की दृण इच्छा शक्ति के कारण। आज ये ही सरदार सरोवर बांध अपनी अधिकतम ऊंचाई यानि 138.68 मीटर तक पहुंच गया है जो पहले कभी संभव नहीं हुआ था। यही कारण है कि इस ऐतिहासिक दिन के लिए प्रधानमंत्री मोदी खुद सरदार सरोवर डैम आ रहे है वो यहां नामानि देवी नर्मदा महोत्सव में हिस्सा लेंगे।इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी मां नर्मदा की पूजा करेंगे और सरदार सरोवर डैम का मुआयना भी करेंगे। 17 सितंबर को खुद प्रधानमंत्री मोदी का जन्म दिन भी है।
नर्मदा का पानी गुजरात की जीवन रेखा है। बांध के पानी से नहर नेटवर्क के जरिये 400 नहरें तक पानी पहुंचाया गया है। इसके द्वारा गुजरात के 131 शहर और 9,633 गांवों को पेय जल उपलब्ध कराना है। इसमें साथ ही राज्य की लाखों हेक्टेयर भूमि में सिंचाई सुविधा उपलब्ध इस पानी से उपलब्ध होगी। गुजरात सरकार ने इस गौरवशाली दिन के उपलक्ष्य में लिए पूरे राज्य में 5 हजार जगह पर नमामि देवी नर्मदा महोत्सव मनाने का फैसला लिया है।
नर्मदा नदी की पूजा के बाद प्रधानमंत्री पर्यटन को बढ़ाने को लेकर चल रहे कई प्रोजेक्टों का मुआयना भी करेंगे। जिनमें
- खलवानी इको टूरिज्म
- वटरफ्लाई गार्डन
- कैक्टस गार्डन
- एकता नर्सरी
- विश्व वन फारेस्ट
- चिल्ड्रन न्यूट्रिशन पार्क , शामिल हैं।
अपने व्यस्त दौरे में प्रधानमंत्री गरुणेश्वर गांव स्थित दत्त मंदिर में जाकर पूजा भी करेंगे। इसके साथ ही एक विशाल जनसभा को भी प्रधानमंत्री संबोधित करेंगे।
