सरकारी टेलीकॉम कंपनी एमटीएनएल और बीएसएनएल की मजबूती के लिए भी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। पुनरुत्थान पैकेज के तहत दोनों कंपनियों का विलय होगा। साथ ही दोनों कंपनियों की मजबूती के लिए सरकार 29,937 करोड़ रुपए खर्च करेगी।
आर्थिक संकट से जूझ रही सरकारी टेलीकॉम कंपनी एमटीएनएल का बीएसएनएल की मजबूती के लिए भी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है ।
एमटीएनएल और बीएसएनएल के पुनरुत्थान पैकेज के तहत बुधवार को दोनों कंपनियों के विलय का फैसला लिया गया। दोनों कंपनियों की मजबूती के लिए सरकार 29,937 करोड़ रुपए खर्च करेगी। 15 हजार करोड़ रुपए सॉवरेन बॉन्ड के जरिए जुटाए जाएंगे। अगले चार साल में 38,000 करोड़ रुपये की संपत्ति की बिक्री या उसे पट्टे पर दिया जाएगा। कर्मचारियों के लिए वीआरएस की योजना भी लायी गयी है। सरकार जल्द ही एमटीएनएल का बीएसएनएल में विलय भी करेगी।
सरकार का कहना है कि न तो दोनों कंपनियों को बेचा जा रहा है न बंद किया जा रहा है बल्कि प्रतिस्पर्धात्मक बनाया जा रहा है। इन फैसलों से दो साल में ये कंपनी मजबूत हो जाएंगी।
