भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) अपने केंद्रों पर प्रत्येक खिलाड़ी को उसकी ज़रूरत के अनुसार पोषित आहार देने के लिए पोषण विशेषज्ञों (न्यूट्रिशनिस्टों), शेफ (रसोइया) और प्रबंधकों की नियुक्ति करेगा.
साई के दिल्ली, पटियाला, बेंगलुरु, तिरुवनंतपुरम, कोलकाता, भोपाल, गांधीनगर, लखनऊ, इंफाल, गुवाहाटी, मुंबई, सोनीपत, औरंगाबाद, रोहतक और अलेप्पी स्थित केंद्रों में प्रत्येक खिलाड़ी को उसकी जरूरत के अनुसार पोषक आहार मिलेगा.
साई ने 15 सितंबर, 2019 तक इस सुविधा को शुरू करने के लिए पोषण विशेषज्ञों, सहायक पोषण विशेषज्ञों, शेफ, सहायक शेफ और मेस (रसोई) प्रबंधक के लिए आवेदन मंगाए हैं.
नई प्रणाली में खिलाड़ी को प्रशिक्षण देने वाले कोच और शिविर के खेल विज्ञान विशेषज्ञों से सलाह-मशविरा करके पोषण विशेषज्ञ बिना किसी वित्तीय सीमा के खिलाड़ियों का आहार तय करेंगे. इस दौरान खिलाड़ी की आयु और वर्ग को तवज्जो नहीं देते हुए सभी के साथ समानता रखी जाएगी.
यह कदम खेल मंत्री किरेन रिजीजू द्वारा सीनियर और जूनियर खिलाड़ियों के बीच आहार में असमानता को समाप्त करने के लिए जून में लिए गए निर्णय का कार्यान्वयन है.
इस फैसले को लागू करने के बारे में खेल मंत्री ने कहा, ‘‘अलग-अलग खिलाड़ियों को अलग तरह के आहार की जरूरत होती है और उनके आहर को सीनियर और जूनियर के आधार पर तय करना सही तरीका नहीं है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘ इसे सही किया जाना था और हमने ऐसा किया. हम यह सुनिश्चित करेंगे की हर खिलाड़ी को उसकी जरूरत के मुताबिक आहार मिले. सर्वश्रेष्ठ नतीजे के लिए हम पूरी तरह से पेशेवर दल की नियुक्ति करेंगे.’’
