राजस्थान में स्वाइन फ्लू का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। स्वाइन फ्लू का जानलेवा कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन नए मरीज इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। राज्य में वायरस के चपेट में आए दो और लोगों की रविवार को मौत हो गई। इस साल स्वाइन फ्लू से राज्य में अब तक 107 लोगों की मौत हो चुकी है।
राज्य में अबतक स्वाइन फ्लू के 87 नए मरीज सामने आए है। और यह संख्या लगातार बढ़ रही है। कुछ मरीज अलग-अलग अस्पतालों से उपचार कर घर पर आराम कर रहे हैं। कुल मिलाकर स्वास्थ्य विभाग के दावों के विपरीत एच१एन१ वायरस आए दिन नए मरीजों को अपनी चपेट में ले रहा है। यूं कहा जा सकता है कि सर्द मौसम वायरस के संक्रमण के लिए मुफीद हो रहा है।
नागौर और बीकानेर जिले में स्वाइन फ्लू से पीडित 1-1 मरीज की मौत हो गई। अब तक (रविवार तक) बीमारी के कुल 2974 मामले सामने आ चुके हैं। 87 नए मामलों में से 32 जयपुर, 17 कोटा और 10 उदयपुर से हैं। जयपुर में स्वाइन फ्लू के सबसे ज्यादा मामलों की बात सामने आई है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक स्वाइन फ्लू के डर के चलते सर्दी, खांसी या बुखार की शिकायत होने पर लोग तुरंत जांच कराने के लिए डॉक्टरों के पास पहुंच रहे हैं।
अधिकारियों का कहना है कि वायरस से प्रभावित सोडाला समेत शहर के कई इलाकों में स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार लोगों की जांच कर रही है।
2019 में अब तक इस इलाके में 106 लोग बीमारी के शिकार हो चुके हैं। झोटवाड़ा, मानसरोवर, मालवीयनगर, सांगानेर, गांधीनगर, वैशालीनगर और राजा पार्क जैसे इलाके स्वाइन फ्लू के वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। जयपुर के झोटवाड़ा, परकोटे वाला इलाका, जगतपुरा, फागी और सांगानेर में स्वाइन फ्लू से ५ लोगों की मौत हो चुकी है।
