पुलवामा में हुए फिदायीन हमले के बाद सामने आई सुरक्षा चुनौतियों को लेकर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और तीनों सेनाओं के प्रमुख सोमवार को 42 देशों में तैनात भारत के ‘डिफेंस अताशेÓ के साथ अहम बैठक करेंगे। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
माना जा रहा है कि इस बैठक में पाकिस्तान को लेकर रणनीति बनाई जा सकती है।
डिफेंस अताशे की दो दिन तक चलने वाली यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है।
दरअसल ‘डिफेंस अताशे’ विदेश में भारतीय दूतावास से जुड़े वह अधिकारी होते हैं, जो रक्षा से जुड़े मामलों को देखते हैं। ये सिर्फ उन्हीं देशों में होते हैं, जिनसे हमारे सैन्य ताल्लुकात हैं।
उल्लेखनीय है कि 14 फरवरी को हुए पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे। पुलवामा हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि सुरक्षा बलों को इस हमले का जवाब देने के लिए खुली छूट दे दी गई है।
बैठक में पाकिस्तान सीमा पर हालात समेत तमाम मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। पाकिस्तान और अफगानिस्तान में तैनात भारत के डिफेंस अताशे भी इस बैठक में शिरकत करेंगे।
