अमरनाथ यात्रा का पहला जत्था बालटाल और पहलगाम मार्गों के लिए जम्मू के आधार शिविर से हुआ रवाना, वार्षिक तीर्थयात्रा के सुचारू और शांतिपूर्ण संचालन को सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा व्यवस्था चुस्त
बम-बम भोले के जयघोष के साथ जम्मू से अमरनाथ यात्रा के लिए पहला जत्था रवाना हो गया। जत्थे में पारंपरिक पहलगाम और बालटाल रूट के यात्री शामिल हैं। जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल एसपी मलिक के सलाहकार केके शर्मा ने इस जत्थे को झंडी दिखाकर पवित्र गुफा की ओर रवाना किया। तीर्थयात्रियों की सुविधा और यात्रा के दौरान उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा समेत सभी जरूरी प्रबंध कर लिए गए हैं। यात्रा रूट पर निर्धारित स्थानों पर भारी सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह है। देश भर से करीब डेढ़ लाख श्रद्धालुओं ने 46 दिन चलने वाली यात्रा के लिए पंजीकरण कराया है। यह यात्रा अनंतनाग जिले के 36 किलोमीटर लंबे पारंपरिक पहलगाम मार्ग और गांदेरबल जिल के 14 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग से होती है। इस साल एक जुलाई से शुरू होकर यात्रा 15 अगस्त श्रावण पूर्णिमा के दिन संपन्न होगी।
