कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा की याचिका पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में रॉबर्ट वाड्रा के वकील केटीएस तुलसी को दस्तावेजों की डिजिटल कॉपी सौंपी दी है। तुलसी ने कहा कि कुल 185 दस्तावेज दिए गए हैं, जो हमें दिए जाने चाहिए, बिना दस्तावेज देखे हम जांच में सहयोग कैसे कर सकते हैं?
इससे पहले रॉबर्ट वाड्रा ने याचिका दायर कर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के पास मनी लॉन्ड्रिंग के मामले से संबंधित दस्तावेज उपलब्ध कराने की मांग की थी।
पिछले 16 फरवरी को कोर्ट ने वाड्रा की गिरफ्तारी पर लगी रोक दो मार्च तक के लिए बढ़ा दी थी।
सुनवाई के दौरान ईडी ने कहा था कि उन्हें वाड्रा से 4-5 दिन पूछताछ करनी है। तब वाड्रा के वकील केटीएस तुलसी ने कहा था कि उन्हें कोई एतराज़ नहीं है, लेकिन उनके मुवक्किल को प्रताडि़त नहीं किया जाना चाहिए। ईडी ने कहा था कि वाड्रा कोर्ट या ईडी के दफ्तर पूछताछ के लिए पहुंचते हैं तो उनके साथ पूरी बारात होती है।
कोर्ट ने वाड्रा के करीबी मनोज अरोड़ा की गिरफ्तारी पर लगी रोक भी दो माचज़् तक के लिए बढ़ा दी थी।
पिछले 2 फरवरी को कोर्ट ने वाड्रा की गिरफ्तारी पर अंतरिम रोक लगाई थी। कोर्ट ने वाड्रा को प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) के समन पर जांच में शामिल होने का निदेज़्श दिया था।
वाड्रा की तरफ से वरिष्ठ वकील केटीएस तुलसी ने कहा था कि अभी तक जांच में शामिल होने के लिए समन नहीं मिला है, लेकिन कभी भी समन किया जा सकता है। वाड्रा अपनी बेटी की सर्जरी और बुजुर्ग मां की देखभाल के लिए ब्रिटेन गया था। वाड्रा की समाज में प्रतिष्ठा है। कानून से भागने वाले इंसान नहीं हैं। ये केस और कुछ नहीं, बल्कि राजनीतिक द्वेष की भावना के चलते दर्ज किया गया है।
