दिल्ली-एनसीआर में हवा फिर जहरीली हो गयी है. कई जगहों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक 500 के करीब पहुंच गया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सख्ती दिखायी और सरकारों से कहा कि समस्या से निपटने को गंभीर और व्यापक उपाय किए जाएं. इस बीच पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा है कि सरकार राज्यों के साथ मिलकर समस्या से निपटने पर काम कर रही है.
दिल्ली समेत पूरा उत्तर भारत भीषण प्रदूषण की चपेट में है. हवा जहरीली हो गई है. पिछले तीन दिनों तक बेहद गंभीर श्रेणी में रहने वाला वायु गुणवत्ता सूचकांक बुधवार को भी कई इलाकों में 500 के आंकड़े क़रीब पहुंच गया.
दिल्ली के आनंद विहार में एयर क्वालिटी इंडेक्स 463 रहा, जबकि जहांगीरपुरी में ये 486 और रोहिणी में 489 अंक तक पहुंच गया. वहीं, ग़ाज़ियाबाद के इंदिरापुरम में एयर क्वालिटी इंडेक्स 457 और वसुंधरा में 476 अंक रहा. नोएडा के सेक्टर-1 में ये आंकड़ा 483 तक पहुंच गया.
वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर पर सुप्रीम कोर्ट फिर से सख्त हो गया है. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने स्वत: संज्ञान लेते हुए सरकारों को फटकार लगाई. इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने प्रदूषण को कम करने के लिए जापान की हाइड्रोजन पर आधारित ईंधन प्रौद्योगिकी पर फिजिबिलिटी रिपोर्ट तलब की है.
नई दिल्ली नगर निगम ने वायु प्रदूषण को कम करने के लिए कई स्थानों पर पानी का छिड़काव किया. केंद्र सरकार पांच राज्यों के प्रतिनिधियों के साथ मिलकर समस्या को सुलझाने में जुटी है.
इस बीच सुप्रीम कोरट ने राजधानी में प्रदूषण की समस्या को देखते हुये लागू की गयी सम-विषम योजना को चुनौती देने वाली याचिका पर बुधवार को दिल्ली सरकार को नोटिस जारी किया.
फिलहाल दिल्ली-एनसीआर के लोग प्रदूषण कम होने के इंतज़ार में हैं, ताकि वो एक बार फिर स्वच्छ हवा में सांस ले सकें.
