केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए समयबद्ध व्यापक योजना तैयार की गई है। दिल्ली में वायु प्रदूषण के खतरनाक स्तर पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का जवाब देते हुए श्री जावड़ेकर ने कहा कि केन्द्र ने दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्रदूषण के विभिन्न स्तरों के लिए चरणबद्ध कार्रवाई अधिसूचित की है।
श्री जावड़ेकर ने वायु प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए शहरी वानिकीकरण, पौध नर्सरी और लोगों की सजग भागीदारी पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सरकार सी.एन.जी., एलपीजी और एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल जैसे स्वच्छ ऊर्जा विकल्पों को बढ़ावा दे रही है।
पर्यावरणमंत्री ने कहा कि वर्ष 2018-19 में राज्य सरकारों ने स्थल पर ही फसल पराली के निपटान के लिए 56 हजार से अधिक मशीनें किसानों और वितरण केन्द्रों को उपलब्ध कराई हैं।
श्री जावड़ेकर ने बताया कि 35 राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों के 344 शहरों में 793 स्थानों पर वायु गुणवत्ता की निगरानी की जा रही है।
श्री जावड़ेकर ने कहा कि विभिन्न शहरों में वायु प्रदूषण के लिए अलग-अलग कारण जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र ने राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्य योजना शुरू की है और अधिक वायु प्रदूषण वाले 122 शहरों की पहचान की गई है। पर्यावरण मंत्री ने इस दिशा में एनडीए सरकार के उपायों का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि देश में वन क्षेत्र में 13 हजार वर्ग किलोमीटर की बढ़ोत्तरी की गई है।
