संसद के दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा, लोकसभा में प्रताप चंद्र सारंगी और राज्यसभा में जे पी नड्डा ने रखा प्रस्ताव, सारंगी ने कहा मोदी सरकार की सफलता को स्वीकार करे कांग्रेस, अपनी हार पर करे आत्मनिरीक्षण, नड्डा ने राज्यसभा में विपक्ष से की सहयोग की अपील, विभिन्न दलों के सांसदों ने रखी बात।
संसद के दोनों सदनों में सोमवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरु हुई। लोकसभा में जहां केंद्रीय मंत्री और ओडिशा से भाजपा सांसद प्रताप चंद सारंगी ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा तो वहीं राज्यसभा में बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने सदन में धन्यवाद प्रस्ताव रखा। सारंगी ने लोकसभा में कहा कि कांग्रेस को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिछले पांच साल के कार्यकाल में किये गये कामकाज की सफलता को स्वीकार कर उनका अभिनंदन करना चाहिए और खुद को जनता द्वारा नकार दिये जाने पर आत्मनिरीक्षण करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यूपीए के समय नीतिगत पंगुता थी और घोटाले पर घोटाले हो रहे थे लेकिन तत्कालीन प्रधानमंत्री मूकदर्शक बने रहते थे। सारंगी ने आपातकाल का भी उल्लेख किया और कांग्रेस पर संविधान का अपमान करने और लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह सरकार 2022 तक सभी को घर, सभी घरों में बिजली के सपने को साकार करने के लिए काम कर रही है। इस काम में सभी को हाथ मिलाकर काम करना चाहिए. चर्चा में भाग लेते हुए तमाम और दलों ने अपनी बात रखी।
वहीं राज्यसभा में प्रस्ताव रखते हुए जे पी नड्डा ने विपक्ष से सदन चलाने में सहयोग देने को कहा । नड्डा ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि चुनाव में ”जनता ने हमें भारी बहुमत से जिता कर यह साबित कर दिया है कि हमारा रास्ता सही है।
