वेनुजुएला में चल रहे राजनीतिक संकट का असर सामान्य जनजीवन पर भी पड़ रहा है। भारी संख्या में नागरिक पलायन कर रहे हैं।
वेनुजुएला में रहने वाले नागरिक पास के देश चिली का रूख कर रहे हैं। वहीं उत्तरी सीमा पर पेरु के हाईवे पर शरणार्थियों की तादाद बढ़ चुकी है। वे खुली हवा में ठंड और गर्मी बर्दास्त करने के लिए मजबूर हैं। इन सभी लोगों ने चिली में प्रवेश करने के लिए आवेदन किया है इन सभी को अनुमति का इंतज़ार है। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक 2014 से अब तक तीस लाख लोग देश छोड़कर जा चुके हैं। वेनुजुएला की आर्थिक व्यवस्था राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के नेतृत्व में ढह चुकी है और विपक्ष के नेता ख़्वान ग्वाइदो को देश के अंतरिम राष्ट्रपति के तौर पर कई देश मान्यता दे चुके हैं। दोनों नेताओं के आपसी संघर्ष के बीच दक्षिण अमेरिका का ये देश अपने बुरे दौर से गुज़र रहा है। दरअसल भारी दवाब के बाद हुए राष्ट्रपति चुनावों में धांधली के आरोप लगाकर देश की नेशनल असेंबली के प्रमुख और विपक्षी नेता ख़्वान ग्वाइदो ने खुद को अंतरिम राष्ट्रपति घोषित कर दिया और अमरीका समेत बड़ी ताकतों का समर्थन हासिल कर लिया है।
