झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज है। सभी राजनैतिक दल अपने स्तर से सर्वे भी करा रहे है। सभी सीटों पर टिकट के लिए सबसे अधिक उम्मीदवार भाजपा में है। धनबाद , बोकारो सीट झारखंड भाजपा के लिए सबसे सुरक्षित और प्रभावी सीट मानी जाती है। इसीलिए इस विधानसभा चुनाव में भी भाजपा इन पर पुनः काबिज होना चाहेगी।
बाघमारा सीट दुल्लू महतो के सांसद बनने के बाद खाली हो गई है। अब भाजपा चाहेगी कि ये सीट दुबारा जीत सके इसलिए आंतरिक सर्वे भी कराया गया है। संघ से भी राय मशवरा किया जा रहा है। इस बार टिकट देते समय पार्टी उम्मीदवार की लोकप्रियता, पिछली चुनाव में मिले वोट और जाति समीकरण को ध्यान में रखेगी। इसलिए अगर किसी सीट पर वर्तमान विधायक के हारने के आसार लग रहे है तो पार्टी उसकी जगह नया चेहरा देगी । इसके कारण कई जगह चेहरे बदले जा सकते है।
बाघमारा में सबसे अधिक तेजी से नाम शरद महतो का आया है। वो दुल्लु महतो के भाई है और सांसद प्रतिनिधि भी है। वह बाघमारा में जमीनी मैनेजमेंट के माहिर खिलाड़ी है। कहा जाता है कि दुल्लू महतो के जीत की वजह ही वही है। इसीलिए बाघमारा से इन्हे प्रबल दावेदार माना जा रहा है। धनबाद सीट से भी राज सिन्हा, चंदशेखर अग्रवाल का नाम दौड़ में है। चंदनक्यारी विधानसभा से एकमात्र नाम पूर्व मंत्री और नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी का है, और लोगो के बीच लोकप्रिय भी है। चंदनक्यारी को उन्होंने प्रदेश में एक अलग पहचान दिलाई।
बोकारो विधानसभा में इस बार कुमार अमित सबसे आगे है। यहां भी बिरंची नारायण और कुमार अमित के बीच ही खींचातानी है। कुमार अमित युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय है और संघ के काफी करीबी माने जाते है। बेरमो सीट भाजपा के लिए सरदर्द बन गई है। उपचुनाव सहित दो बार वहां भाजपा को हार का मुंह देखना पड़ा है। इसलिए वहां कोई नया चेहरा को पार्टी मौका दे सकता है। बाटुल महतो, रविन्द्र पांडे सहित अर्जुन सिंह का नाम अभी तक सबसे अधिक तेजी से सामने आ रहा है। देखते है अब भाजपा की रणनीती क्या होगी और कितनी सीट पर भाजपा जीत दर्ज करेगी।
