देश की पहली महिला वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज एनडीए सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश करेंगी. बजट को लेकर आम आदमी से लेकर उद्योग जगत और नौकरीपेशा वर्ग को तमाम उम्मीदें हैं । लोगों को यह उम्मीद है कि वित्त मंत्री ऐसे कदम उठाएंगी जिनसे अर्थव्यवस्था मजबूत होगी साथ ही आम लोगों को भी राहत मिलेगी। वित्त मंत्री के सामने अर्थव्यवस्था को दोबारा तेजी देने की चुनौती है। कैसा होगा मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट, इस पर सभी की निगाहें लगी हुई हैं।
शुक्रवार सुबह 11 बजे निर्मला सीतारमण वित्त मंत्री के तौर पर लोकसभा मे अपना बजट पेश करेंगी । इससे पहले वो राष्ट्रपति भवन में जाएंगी जहां राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से बजट पेश करने की अनुमति लेंगी । इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक होगी जिसमें बजट को मंजूरी दी जाएगी । इसके बाद वो संसद जाएंगी और अपने बजट प्रस्तावों का पिटारा देश के सामने रखेंगी ।
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार का के दूसरे कार्यकाल का ये पहला बजट है । बंपर जीत के बाद यह मोदी सरकार का पहला बजट है, इसलिए लोगों को काफी उम्मीदें भी हैं । बजट को लेकर आम आदमी से लेकर उद्योग जगत और नौकरीपेशा वर्ग को तमाम उम्मीदें हैं । लोगों को यह उम्मीद है कि वित्त मंत्री ऐसे कदम उठाएंगी जिनसे अर्थव्यवस्था मजबूत होगी साथ ही आम लोगों को भी राहत मिलेगी.
राष्ट्रपति के अभिभाषण में भी सरकार ने नए भारत का खांका खीचा था और तमाम बातें रखी थीं । इस वजह से भी लोगों को इस बार बजट से काफी उम्मीदें हैं । उम्मीद है कि इस बजट में भी खेतीबाड़ी, ग्रामीण अर्थव्यवस्था, बुनियादी ढांचे में निवेश, एमएसएमई और रोजगार सृजन के लिए नीतियों का प्रारूप जनता के सामने रखा जाएगा। माना ये भी जा रहा है कि भारत को 5 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य का रोडमैप भी वित्त मंत्री रख सकती हैं। समावेशी विकास और नए और आधुनिक भारत के निर्माण के बीच संतुलन बनाना हमेशा से बजट की चुनौती रही है
मोदी सरकार ने बजट को लेकर कई परंपराओं को बदला है । पहले फरवरी के अंतिम दिन बजट पेश होता था, जिसे बदलकर अब 1 फरवरी कर दिया गया है । लेकिन इस बार पिछली सरकार में अंतरिंम बजट पेश किया गया था इसलिए अब सरकार संसद के पहले सत्र में पूर्ण बजट पेश करने जा रही है । यही नहीं सरकार ने रेल बजट को भी खत्म करके आम बजट में शामिल कर लिया है । पहले बजट शाम पांच बजे पेश होता था जो बदलकर सुबह 11 बजे कर दिया गया है ।
कुल मिलाकर उम्मीदें बहुत हैं और अब देखना होगा कि सुस्त पड़ती वैश्विक विकास के बीच दुनिया की सबसे तेज रफ्तार अर्थव्यवस्था की कमान संभाले वित्त मंत्री के पिटारे से क्या निकलता है।
