वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर देश के लोगों को अर्थव्यवस्था पर भरोसा दिलाया।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि दुनियाभर के देशों की तुलना में भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत है। चीन और अमेरिका के बीच ट्रेड वॉर का कुछ असर भारत पर भी है। भारत की विकास दर वैश्विक अर्थव्यवस्था या किसी अन्य बड़ी अर्थव्यवस्था से कहीं ज्यादा बेहतर।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि वैश्विक डिमांड में कमी आई है। उन्होंने कहा कि भारत में आर्थिक मंदी नहीं है। चीन, अमेरिका और यूरोपीय देशों की तुलना में भारत की अर्थव्यवस्था बेहतर कर रही है।
वित्त मंत्री ने भारतीय अर्थव्यवस्था के ताजा हालात पर सरकार के कदमों की जानकारी दी और कहा कि दुनियाभर के देशों की तुलना में भारतीय अर्थव्यवस्था बेहतर हालात में है। उन्होंने आगे कहा कि बेहतर हालत में होने के बावजूद हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि चीन और अमेरिका के बीच ट्रेड वॉर का कुछ असर भारत पर भी देखा जा रहा है लेकिन सरकार सब तरह से इकोनॉमी को संभालने की दिशा में आगे बढ़ रही है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बड़ा एलान करते हुए कहा कि कैपिटल गेन्स पर सरचार्ज वापस लिया जाएगा. सरकार के इस कदम के बाद माना जा सकता है कि इससे शेयर बाजार में निवेश करने वाले निवेशकों को काफी फायदा होगा।
वित्त मंत्री ने तमाम कर सुधारों का एलान किया और कहा कि कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) नियमों के उल्लंघन को दीवानी मामलों की तरह देखा जाएगा। इसे आपराधिक मामलों की श्रेणी में नहीं रखा जाएगा।
वित्त मंत्री ने ऑटो सेक्टर को मजबूती देने के लिए तमाम कदमों का एलान किया। इसके तहत सरकार वाहन खरीद बढ़ाने के लिए सरकार कई योजनाओं पर काम कर रही है।
सरकार ने बैंकों के लिए भी कई कदमों का एलान किया। निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकारी बैंकों को 70 हजार करोड़ रुपये दिए जाएंगे। ऐसे में बैंकों के लिए नए कर्ज देने में कोई परेशानी नहीं होगी।
वित्त मंत्री ने कहा कि, बैंकों ने ब्याज दर में कटौती का फायदा ग्राहकों को MCLR के जरिए देने का फैसला किया है. इससे ब्याज दरों में की गई कटौती का लाभ सीधे ग्राहकों तक पहुंचेगा और उनकी ईएमआई कम होगी। जाहिर है सरकार के तमाम कदमों से न केवल अर्थव्यवस्था को फायदा होगा बल्कि आम आदमी को भी राहत मिलेगी।
