आयुष्मान खुराना और विकी कौशल को फिल्म “अंधाधुन” और “उरी ” के लिये सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार,तेलुगू फिल्म महानती के लिए कीर्ति सुरेश बनी सर्वेश्रेष्ठ अभिनेत्री. गुजराती फिल्म “हेलारो” सर्वश्रेष्ठ फिल्म तो उरी द सर्जिकल स्ट्राइक के लिए आदित्यधऱ सर्वश्रेष्ठ, पैडमैन को सर्वश्रेष्ठ सामाजिक फिल्म.
शु्क्रवार को 66वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणां हुई । इस बार हिन्दी फिल्मों ने जहां कई महत्वपूर्ण पुरूस्कार हासिल किए तो वहीं क्षेत्रिय सिनेमा ने भी अपनी दमदार मौजूदगी दर्ज कराई । बॉलीवुड अभिनेता आयुष्मान खुराना और विकी कौशल ने फिल्म “अंधाधुन” और “उरी” के लिये सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार साझा किया, वहीं गुजराती फिल्म “हेलारो” को सर्वश्रेष्ठ फिल्म घोषित किया गया। गुजरात के कच्छ क्षेत्र पर बनी “हेलारो” का निर्देशन अभिषेक शाह ने किया था और यह महिला सशक्तिकरण की पृष्ठभूमि पर बनी है। इस फिल्म को विशेष जूरी परस्कार से भी सम्मानित किया गया जिसे इसकी 13 प्रमुख महिलाओं ने साझा किया।
66वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में बॉलीवुड के हिस्से में कई पुरस्कार आए। तीन प्रमुख राष्ट्रीय पुरस्कारों में से “उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक” के लिये आदित्य धर को उनकी पहली फिल्म के लिये सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार मिला। इसी फिल्म के मुख्य कलाकार विकी कौशल को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार, अभिनेता आयुष्मान खुराना से साझा करना पड़ा जिन्हें “अंधाधुन” में शानदार काम के लिये यह पुरस्कार दिया गया। तेलुगु फिल्म “महानती” में गुजरे जमाने की सुपरस्टार सावित्री का किरदार निभाने वाली कीर्ति सुरेश ने सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार जीता। आयुष्मान ने “अंधाधुन” में अंधे लग रहे पियानोवादक का किरदार निभाया है तो वहीं विकी कौशल ने उरी में एक सैन्य अधिकारी का किरदार निभाया है। यह फिल्म उरी में आतंकी हमले के बाद सितंबर 2016 में की गई सर्जिकल स्ट्राइक की पृष्ठभूमि पर बनी थी।
इसी फिल्म के लिये शाश्वत सचदेव को सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक अवार्ड (बैकग्राउंड म्यूजिक) और साउंड डिजाइन पुरस्कार भी जीता।आयुष्मान ने अपने श्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार पर कहा, “मैंने हमेशा विघटनकारी सामग्री का साथ देने की कोशिश की जो अपनी गुणवत्तापूर्ण सामग्री की वजह से अलग नजर आती है। आज का सम्मान मेरी मेहनत, मेरे विश्वास तंत्र, फिल्मों में मेरे सफर और सबसे पहले मेरे अभिनेता होने के कारण का प्रमाण है।”
“अंधाधुन” को सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म और सर्वश्रेष्ठ अनुदित पटकथा के लिये चुना गया। फिल्म “बधाई हो” को को सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म का पुरस्कार मिला। इसी फिल्म के लिये सुरेखा सीकरी को सर्वश्रेष्ठ सह अभिनेत्री का पुरस्कार मिला।
अक्षय कुमार अभिनीत “पैडमैन” को सामाजिक मुद्दे पर बनी सर्वश्रेष्ठ फिल्म घोषित किया गया। संजय लीला भंसाली की फिल्म “पद्मावत” के गाने “घूमर” के लिये सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफी का पुरस्कार मिला जबकि इसी फिल्म के लिये भंसाली को सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक का पुरस्कार मिला। इसी के गाने “बिंते दिल” के लिये अरिजीत सिंह को सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक (पुरुष) का पुरस्कार मिला। सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्वगायिका का पुरस्कार बिंदु मालिनी को “नाथीचरामी” से “मायावी मानावे” के लिये मिला। इस फिल्म को सर्वश्रेष्ठ गीत, सर्वश्रेष्ठ संपादन और सर्वश्रेष्ठ कन्नड़ फिल्म के लिये भी पुरस्कार मिला। गायक-गीतकार स्वानंद किरकिरे को मराठी फिल्म “चुंबक” के लिये सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का पुरस्कार दिया गया। “विलेज रॉकस्टार” के लिये 2017 में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार जीतने वाली रीमा दास ने इस साल भी सफलता दर्ज की। उनकी “बुलबुल कैन सिंह” को सर्वश्रेष्ठ असमी फिल्म का सम्मान मिला।
कश्मीर पर आधारित फिल्म “हामिद” को सर्वश्रेष्ठ उर्दू फिल्म का सम्मान मिला जबकि इसके बाल कलाकार तल्हा अरशद रेशी ने तीन अन्य बच्चों के साथ सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार का पुरस्कार साझा किया। कन्नड़ फिल्म “केजीएफ” को सर्वश्रेष्ठ एक्शन निर्देशन का पुरस्कार मिला। प्रियंका चोपणा के प्रोडक्शन के बैनर तले बनी मराठी फिल्म “पानी” ने पर्यावरण संरक्षण और परिरक्षण पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार जीता।
