राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि विकास सहयोग भारत और श्रीलंका के संबंधों का महत्वपूर्ण आधार रहा है। कल राष्ट्रपति भवन में श्रीलंका के राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्ष्अ के साथ बैठक में राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि भारत दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंध और निवेश संपर्क बढ़ाना चाहता है। उन्होंने कहा कि भारत श्रीलंका को अपनी विकास गाथा का हिस्सा बनाना चाहता है।
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि निकट पड़ोसी होने के कारण दोनों देशों की प्रगति एक-दूसरे से जुड़ी है और क्षेत्रीय शांति और समृद्धि में दोनों का साझा योगदान है। श्री कोविंद ने कहा कि सुरक्षा और साझा विकास को बढ़ावा देने के लिए दोनों देशों को सभी क्षेत्रों में सहयोग मजबूत करना होगा। उन्होंने कहा कि परस्पर संबंधों से आम लोगों का हित सुनिश्चित हुआ है तथा भारत, श्रीलंका की आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं के अनुसार परस्पर हित की अधिक परियोजनाओं के लिए तैयार है।
कल नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ श्रीलंका के राष्ट्रपति की बातचीत के बाद जारी संयुक्त वक्तव्य में कहा गया है कि भारत ने श्रीलंका को 40 करोड़ डॉलर की ऋण सुविधा देने की घोषणा की है। श्री मोदी ने कहा कि भारत, श्रीलंका को आतंकवाद से मुकाबले के लिए पांच करोड़ डॉलर की अतिरिक्त ऋण सुविधा भी देगा। उन्होंने श्रीलंका के राष्ट्रपति को देश के तेज़ विकास के लिए भारत के पूरे सहयोग का भरोसा दिलाया।
