शिलॉन्ग, १४ फरवरी २०२५: उत्तराखंड में हुए ३८वें नेशनल गेम्स के समापन समारोह में, मेघालय के माननीय मुख्यमंत्री श्रीकॉनराड के. संगमा ने भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) का ध्वज केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह और IOA अध्यक्ष श्रीमती पी.टी.उषा से प्राप्त किया। इस अवसर पर केंद्रीय युवा मामलों और खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया और उत्तराखंड के माननीयमुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी भी उपस्थित थे। इस ऐतिहासिक पल के साथ, आधिकारिक रूप से मेघालय को ३९वें नेशनलगेम्स २०२७ की मेजबानी का जिम्मा सौंप दिया गया। यह आयोजन विशेष रूप से महत्वपूर्ण होगा क्योंकि यह मेघालय के ५५वेंराज्य स्थापना वर्ष के साथ मेल खाएगा।माननीय मुख्यमंत्री श्री कॉनराड के. संगमा के नेतृत्व में मेघालय का एक मजबूत प्रतिनिधिमंडल इस समारोह में उपस्थित रहा। इसमें खेल और युवा मामलों के आयुक्त और सचिव डॉ. विजय कुमार डी, मेघालय ओलंपिक संघ (MSOA) के अध्यक्ष श्री जॉन एफ. खारशींग, और राज्य के कई एथलीट व कोच शामिल थे। इस प्रतिनिधिमंडल की मौजूदगी ने मेघालय की इस बड़ी उपलब्धि के प्रति जोश को दर्शाया।इस मौके पर माननीय मुख्यमंत्री श्री कॉनराड के. संगमा ने कहा, “३९वें नेशनल गेम्स की मेजबानी करना मेघालय के लिए गर्व का मौका है। यह इस बात का प्रमाण है कि हमने खेलों को सशक्त बनाने में कितनी प्रगति की है। २०१८ में हमारे पास केवल एक बड़ा खेल परिसर था, लेकिन आज हमारे पास २०० से अधिक खेल परियोजनाएं हैं। हमने खेल इंफ्रास्ट्रक्चर पर ₹१,२०० करोड़ का निवेश किया है, २४,५०० से अधिक युवा एथलीट्स को प्रशिक्षित किया है, और २०३२ तक ओलंपियन तैयार करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। यह खेल केवल एक आयोजन नहीं होंगे, बल्कि एक ऐसी विरासत छोड़ेंगे जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगी और मेघालय को राष्ट्रीय खेल मंच पर नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगी।”मेघालय के खेल विकास की झलक ३८वें नेशनल गेम्स में भी देखने को मिली, जहां राज्य के एथलीटों ने ५ पदक जीतकर अपनी बढ़ती खेल प्रतिभा का प्रदर्शन किया।३९वें नेशनल गेम्स २०२७ केवल एक टूर्नामेंट नहीं, बल्कि खेल भावना, एकता और उत्कृष्टता का उत्सव होंगे, जिसमें देशभर के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी भाग लेंगे। इस ऐतिहासिक आयोजन के लिए मेघालय पूरी तरह तैयार है और यह भारतीय खेल जगत में नए मानक स्थापित करेगा।
