अस्पताल में भर्ती बच्चे बीमारी से तो लड़ ही रहे हैं प्रचंड गर्मी की तपिश का भी उन्हें सामना करना पड़ रहा है. अस्पताल में भर्ती इन बच्चों की मदद के लिए जिले के कलेक्टर ने सराहनीय काम किया है. उन्होंने अपने दफ्तर में लगे एसी को वहां से हटवाकर बच्चों के अस्पताल में लगा दिया है.
समूचा उत्तर भारत गर्मी की तपिश झेल रहा है. मध्य प्रदेश का उमरिया भी इन दिनों प्रचंड गर्मी से झुलस रहा है. इस गर्मी में बच्चों के स्कूल तो बंद हैं, लेकिन अस्पताल तप रहे हैं. तेज धूप और लू से जिले का तापमान अभी 42 से 45 डिग्री के आसपास है. इस जानलेवा गर्मी से जिले के चाइल्ड गवर्नमेंट हॉस्पिटल में बुरा हाल है. अस्पताल में भर्ती बच्चे बीमारी से तो लड़ ही रहे हैं गर्मी की तपिश का भी उन्हें सामना करना पड़ रहा है. अस्पताल में भर्ती इन बच्चों की मदद के लिए जिले के कलेक्टर ने सराहनीय काम किया है. उन्होंने अपने दफ्तर में लगे एसी को वहां से हटवाकर बच्चों के अस्पताल में लगवा दिया है. कलक्टर की इस पहले से बीमार बच्चों और उनके परिजनों को काफी राहत मिली है.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक उमरिया जिले में बच्चों का पोषण पुनर्वास केंद्र (Nutrition Rehabilitation Centers) है. यहां पर शारीरिक रूप से कमजोर और पोषण की कमी से जूझ रहे नवजात बच्चों का इलाज किया जाता है. तेज गर्मी की वजह से बच्चे काफी परेशान थे. इसे देखते हुए जिला कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी ने अपने चैंबर और दफ्तर में लगे चार एसी को वहां से हटाकर बच्चों के इस अस्पताल में लगा दिया. उमरिया के कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी ने कहा, “ये अचानक से लिया गया फैसला था, एनआरसी बिल्डिंग के अंदर सचमुच में काफी गर्मी थी, हमलोग एसी अरेंज कर रहे हैं, लेकिन हमने महसूस किया कि एसी को तुरंत लगाने की जरूरत है, क्योंकि वहां बच्चे थे, एनआरसी में 4 ब्लॉक हैं, हमने सभी में एसी लगवा दिया है.
कलक्टर के इस कदम की बच्चों के माता-पिता ने तारीफ की है. उनका कहना है कि पंखे से निकलने वाली गर्म हवा बच्चों की तबीयत को और खराब कर रही थी, लेकिन अब उन्हें राहत मिल रही है.
