पीएम मोदी और किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सूरोनबाई जीन्बेकोव ने बिश्केक में संयुक्त रूप से भारत-किर्गिस्तान बिज़नेस फोरम का किया उद्घाटन , दोनों देशों के व्यापारियों सेअसीम संभावनाओं को तलाशने की अपील, दोनों देशों ने अपने रिश्तों को दिया सामरिक भागीदार का दर्जा
प्रधानमंत्री मोदी ने बिश्केक में किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सूरोनबे जीनबेकोव से मुलाक़ात की। दोनों ही नेताओं ने आपसी हितों के बारे में व्यापक चर्चा की। दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री ने बिश्केक में नमस्कार यूरेशिया ट्रेड शो के आयोजन की भी बात कही।
एससीओ सम्मेलन के बाद किर्गिस्तान के राष्ट्रपति के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने द्विपक्षीय मुलाक़ात की। भारत-किर्गिस्तान के बीच रक्षा, सुरक्षा, व्यापार और निवेश सहित कई द्विपक्षीय क्षेत्रों में समझौते हुए। इससे दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत हुए।
भारत–किर्गिस्तानसमझौताज्ञापनयासहमतिपत्र / समझौता
स्वास्थ्यक्षेत्र: स्वास्थ्यपर्यटन, ई–हेल्थकेबारेमेंसूचनाओंकाआदान–प्रदानकरना, चिकित्साअनुसंधानऔरकिडनी, लिवर, कार्डियेकसर्जरी, चिकित्साउपकरणोंवितरणनियमनकीसूचनाओंकाआदान–प्रदानकरना।
मध्यएशिया: क्षेत्रमेंसुरक्षितपडोसऔरआतंकवादकेख़िलाफ़जंग
सूचनाप्रौद्योगिकी: युवाओंकेलिएअवसरनिर्माण
रक्षा: सैन्यशिक्षण, प्रशिक्षणऔरसंयुक्तसैन्यअभ्यास
प्रधानमंत्री मोदी ने किर्गिज राष्ट्रपति जीनबेकोव के साथ भारत-किर्गिज बिजनेस फोरम का उद्घाटन किया। उन्होने बिजनेस फोरम को संबोधित भी किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत-किर्गिस्तान के व्यापारिक संबंध सिल्क रूट के समय से हैं। ऐसे में दोनों के बीच व्यापार क्षेत्र में संभावनाएं अपार हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत जल्द ही 5 ट्रियलन की अर्थव्यवस्था वाला देश होगा। निवेश के अवसर भी भरपूर हैं साथ ही दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ाने के लिए भारत ने डबल टैक्सेसन सुधार और पंचवर्षीय रोड़ मैप भी तैयार किया है।
मध्य एशिया के साथ संपर्क बढ़ाने पर प्रधानमंत्री का काफी ज़ोर रहा है। किर्गिस्तान की आधिकारिक यात्रा भी इसी कड़ी में एक पहल है। बिश्केक में ‘ अला अरचा प्रेजीडेंशियल पैलेस’ में प्रधानमंत्री मोदी का औपचारिक स्वागत किया गया। उन्होने गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया। भारत-किर्गिस्तान के आपसी संबंधों को लेकर प्रधानमंत्री मोदी की ये यात्रा काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
