एक देश, एक कर, एक बाज़ार के फार्मूले को जीएसटी के रूप में लागू करने के बाद मोदी सरकार की कोशिश है पूरे देश में एक साथ चुनाव कराने की। पीएम मोदी कई बार लोकसभा चुनाव के साथ विधानसभा चुनाव कराने की बात कह चुके है और इसको लेकर अब उन्होने गंभीर प्रयास भी शुरू कर दिये है, आज पीएम मोदी ने सभी राजनीतिक दलों की इस सिलसिले में बैठक बुलाई जिसमें एक देश एक चुनाव के फार्मुले पर विस्तार से बात हुई।
देश के तमाम अहम मसलों पर विपक्ष को साथ लेकर चलने की नीति के तहत बुधवार को पीएम मोदी ने विभिन्न राजनीतिक दलों के अधयक्षों के साथ बैठक की। बैठक के एजेंडे में एक देश एक चुनाव जैसा महत्वपूर्ण विषय तो था ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती और देश की आजादी की 75वीं सालगिरह पर न्यू इंडिया के निर्माण की रुपरेखा जैसे मसले चर्चा के लिए थे। बैठक में जिस एक मसले पर सबसे ज्यादा बात हुई वो था देश में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ कराना। प्रधानमंत्री बीते कुछ वर्षो में कई बार सार्वजनिक मंच से इस बात की वकालत कर चुके हैं। संसद भवन परिसर में पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में करीब तमाम राजनीतिक दलों के नेता मौजूद रहे, जिन्होने इस मसले पर गंभीर चर्चा की।
अधिकांश दल जहां इसके पक्ष में थे तो कुछ ने इसके तरीके पर सवाल उठाया। पीएम ने इस पर एक समिति बनाने का फैसला किया।
एक देश एक चुनाव की बात की जाये तो इसके कई फायदे नज़र आ रहे है।
चुनाव एक साथ होंगे तो इससे पैसे और समय की बचत होगी। बार-बार चुनाव होने से प्रशासनिक काम पर भी असर पड़ता है. अगर देश में सभी चुनाव एक साथ होते हैं तो पार्टियां भी देश और राज्य के विकास कार्यों पर ज़्यादा समय दे पाएंगी
बैठक में इसके अलावा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अलावा संसद के दोनों सदनों में कामकाज का स्तर बढ़ाने, आजादी की 75वीं सालगिरह पर नया भारत बनाने की कार्ययोजना और विकास की दौड़ में शामिल चुनिंदा जिलों में विकास कार्यों की समीक्षा की गयी। बैठक में संसद की प्रोडक्टिविटी बढ़ाने पर सहमति बनी। आधे लोक सभा सदस्य पहली बार आए हैं, उनसे सार्थक संवाद की उम्मीद जतायी गयी।
पीएम ने कहा कि गांधी जी की जयंती की 150 वीं वर्षगांठ सिर्फ एक इवेंट नहीं है बल्कि उनके विचार आज भी प्रासंगिक है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ये सभी मुद्दे सरकार के नहीं बल्कि देश के एजेंडे है । उन्होंने कहा कि सरकार सभी राजनैतिक दलों को विश्वास में लेकर आगे बढ़ना चाहती हैं। जल प्रबंधन पर भी बैठक में बात हुई और पीएम ने कहा पानी बचाना जरूरी है।
इस महत्वपूर्ण बैठक में भाजपा की ओर से अमित शाह, जे.पी नड्डा, राजनाथ सिंह, प्रहलाद जोशी मौजूद रहे तो जेडीयू से नीतिश कुमार, बीजेडी से नवीन पटनायक, टीआरएस से केटी रामाराव, अकाली दल से सुखबीर बादल, एनसी से फारुख अब्दुल्ला, सीपीएम से सीताराम येचुरी, सीपीआई से सुधाकर रेड्डी, एनसीपी से शरद पवार, एलजेपी से राम विलास पासवान, और वाईएसआर कांग्रेस से जगन मोहन रेड्डी, मौजूद रहे। इसके अलावा तमाम क्षेत्रीयदलों के नेता भी चर्चा में शरीक हुए।
