पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को आज नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। उनके साथ सामाजिक कार्यकर्ता नानाजी देशमुख और महान गायक भूपेन हजारिका को मरणोपरांत सम्मानित किया जाएगा।
आज पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘भारत रत्न’ से नवाजा जाएगा। उनके अलावा यह पुरस्कार मरणोपरांत असम के गायक भूपेन हजारिका और सामाजिक कार्यकर्ता नानाजी देशमुख को भी दिया जाएगा। भारत रत्न सम्मान के लिए जनवरी में ही तीनों हस्तियों के नामों की घोषणा की गई थी।
भारत रत्न, देश का वो सर्वोच्च नागरिक सम्मान है जो असाधारण राष्ट्रीय सेवा के लिए दिया जाता है। प्रणब मुखर्जी 2012 से 2017 तक भारत के 13वें राष्ट्रपति थे। अपने पांच दशकों के राजनीतिक जीवन में वह कई अहम पदों पर रहे। यूपीए सरकार में वह रक्षा, विदेश और वित्त मंत्री भी थे।
नानाजी देशमुख भारत के एक सामाजिक कार्यकर्ता थे। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण आत्मनिर्भरता के क्षेत्र में काम किया। तो वहीं भूपेन हजारिका पूर्वोत्तर राज्य असम के गीतकार, संगीतकार, गायक, कवि और फिल्म-निर्माता थे। हजारिका को पद्मश्री 1977 में और पद्मभूषण से 2001 में सम्मानित किया गया था।
कला, साहित्य, विज्ञान, समाज सेवा और खेल जैसे विशिष्ट क्षेत्रों में असाधारण और उल्लेखनीय राष्ट्र सेवा करने वालों को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न प्रदान दिया जाता है। इस सम्मान की स्थापना 2 जनवरी 1954 को भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री डा. राजेन्द्र प्रसाद द्वारा की गई थी। पहला भारत रत्न सम्मान चक्रवर्ती राजगोपालाचारी को प्रदान किया गया। शुरू में इस सम्मान को मरणोपरांत देने का चलन नहीं था, लेकिन एक साल बाद इस प्रावधान को जोड़ा गया। इसी तरह खेलों के क्षेत्र में विशिष्ट उपलब्धि हासिल करने वालों को भारत रत्न से सम्मानित करने का प्रावधान भी बाद में शामिल किया गया।
