स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लगातार छठवीं बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित किया. पीएम मोदी ने अपनी दूसरी पारी के 10 हफ्ते के महत्वपूर्ण कामों को गिनाया, तो भविष्य का खाका भी खींचा.
देश के 73वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जश्न-ए-आजादी का पर्व पूरे देश में जोशो-खरोश से मना. जश्न-ए-आजादी के मौके पर हर आमो-खास जश्न में डूबा रहा. मुख्य समारोह हुआ देश की राजधानी दिल्ली के लाल किले पर. लाल किले पहुंचने पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रक्षा राज्य मंत्री श्री श्रीपद नाइक और रक्षा सचिव ने पीएम नरेंद्र मोदी का स्वागत किया. इसके बाद अंतर सेना और पुलिस गार्ड के जवानों ने पीएम को सलामी दी और फिर पीएम ने सम्मान गारद का निरीक्षण किया.
इसके बाद पीएम ने लाल किले की प्राचीर से झंडा फहराया और ध्वज को 21 तोपों की सलामी दी गई.
स्वतंत्रता दिवस समारोह में साफा बांधने की अपनी परंपरा को जारी रखते हुए पीएम ने इस बार सफेद कुर्ता और चूड़ीदार पायजामा के साथ तीन रंगों वाला साफा पहन रखा था.
करीब डेढ़ घंटे के अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने देश के मौजूदा हालात, सरकार की प्रमुख उपलब्धियों के साथ ही कुछ नई घोषणाएं भी देशवासियों के समक्ष रखीं. उन्होंने जल संचय, पर्यावरण, जनसंख्या नियंत्रण, अधिक उर्वरकों के प्रयोग, प्लास्टिक के खतरे जैसे मसलों पर बात रखी तो एक देश एक चुनाव पर भी चर्चा की बात की.
लाल किले की प्राचीर से अपना भाषण खत्म करने के बाद पीएम जब वहां मौजूद बच्चों के बीच पहुंचे तो उनसे मिलकर बच्चों की खुशी दोगुनी हो गई. उनको अपने बीच पाकर बच्चों का उत्साह देखते ही बन रहा था. बच्चे उनसे मिलने के लिए बड़ी संख्या में आगे बढ़े. कुछ देर तक वह जश्न-ए-आजादी को लेकर उत्साहित बच्चों के बीच घिरे रहे.
लाल किले के मुख्य आयोजन स्थल पर हर बार की तरह इस साल भी बच्चों ने केसरिया, सफेद और हरे रंगे की पोशाक पहन रखी थी, जिससे वहां का पूरा माहौल तिरंगामय हो गया था. स्कूली छात्र-छात्राओं ने लाल किले की प्राचीर के सामने ‘नया भारत’ शब्द की अपनी अनुपम मानव संरचना के द्वारा ‘एकता में बल’ को दर्शाया. इस समारोह में दिव्यांग बच्चों ने भी शिरकत की और आजादी के जश्न में सबके साथ खुशियां बांटी. इससे पहले प्रधानमंत्री ने राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिल्ली के नेशनल वॉर मेमोरियल पहुंचकर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर उनके साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और तीनों सेनाओं के प्रमुख भी मौजूद रहे. नेशनल वॉर मेमोरियल वीर शहीदों की याद में दिल्ली के इंडिया गेट के नजदीक तैयार किया गया है. वॉर मेमोरियल करीब 22,600 जवानों के प्रति सम्मान का सूचक है, जिन्होंने आजादी के बाद से अनेकों लड़ाइयों में देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी. छह भुजाओं वाले आकार में बने मेमोरियल के केंद्र में 15 मीटर ऊंचा स्मारक स्तंभ है. जिसके नीचे अखंड ज्योति जलती है.
देश के 73वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने राष्ट्रपति भवन में एट होम समारोह का आयोजन किया. इसमें उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विभिन्न केंद्रीय मंत्रियों और राजदूतों के साथ ही साथ देश भर के विशिष्ट लोगों ने शिरकत की.
