आयुष्मान योजना की वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- 50 करोड़ से अधिक लोगों को मिली जीवन की नई आशा, अब तक 47 लाख लोगों को मिला मुफ्त इलाज, स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा- अगले एक साल में जनआंदोलन के जरिए हर लाभार्थी तक पहुंचाई जाएगी योजना.
संयुक्त राष्ट्र के मंच से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुनिया को बताया कि कैसे करोड़ों भारतीयों को स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करने के लिए उनकी सरकार ने अभूतपूर्व क़दम उठाए हैं। मौक़ा था, सबके लिए स्वास्थ्य सुरक्षा के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र में उच्च स्तरीय बैठक का। ख़ास बात ये रही कि ये बैठक उस दिन हुई जिस दिन दुनिया के सबसे बड़ा स्वास्थ्य सुरक्षा कार्यक्रम और मोदी सरकार के महत्वपूर्ण क़दम आयुष्मान भारत ने अपना एक वर्ष पूरा किया। प्रधानमंत्री ने बताया कि स्वस्थ भारत के निर्माण के लिए उनकी सरकार के प्रयास चार स्तंभों पर खड़े हैं – रोगों से बचाव पर ज़ोर, किफायती स्वास्थ्य सेवाएं, आपूर्ति में सुधार और मिशन मोड पर काम करना, जिससे सभी के बेहतर स्वास्थ्य का लक्ष्य हासिल किया जा सके।
प्रधानमंत्री ने कहा कि टीबी से मुक्ति के लक्ष्य को हासिल करने के लिए उनकी सरकार मिशन मोड पर काम कर रही है और इसके लिए तय 2030 की समयसीमा से पांच साल पहले 2025 भारत को टीबी मुक्त बनाने के प्रयास जारी हैं। पीएम मोदी ने माताओं और शिशुओं के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण राष्ट्रीय पोषण मिशन की भी चर्चा की। आयुष्मान भारत योजना के तहत 50 करोड़ लोगों को 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा दिया गया है।
इस योजना के पहले वर्ष में ही अब तक 45 लाख से अधिक लोग लाभान्वित हुए हैं। पीएम मोदी ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में भारत के अनुभव और क्षमताओं से दुनिया सीख सकती है। अच्छा स्वास्थ्य सबका अधिकार है और मोदी सरकार इसे हकीकत बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इस के लिए व्यापक स्तर पर प्रयास किये जा रहे हैं, जिनमें स्वच्छता और रोगों से बचाव पर विशेष ज़ोर दिया जा रहा है, जो भारत की प्राचीन परम्परा का अभिन्न अंग रहे हैं।
