राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण से निपटने की ऑड ईवन यानी सम विषम योजना आज से लागू हो रही है। बारह दिन की यह व्यवस्था इस महीने की पन्द्रह तारीख तक चलेगी। योजना के तहत अंतिम विषम अंक वाली पंजीकरण संख्या के वाहनों को विषम तिथियों पर और अंतिम सम अंक वाले वाहनों को सम तिथियों पर चलने की अनुमति रहेगी। यह योजना रविवार को छोड़कर सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक लागू रहेगी। नियम का उल्लंघन करने पर चार हजार रूपये का जुर्माना भरना होगा।
राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, राज्यों के राज्यपाल, भारत के प्रधान न्यायाधीश, लोकसभा अध्यक्ष, केन्द्रीय मंत्री, राज्यसभा और लोकसभा में विपक्ष के नेता, राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों को इससे छूट रहेगी। हालांकि दिल्ली के मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगियों के वाहनों को छूट नहीं दी गई हैं। निजी सी.एन.जी.वाहनों को भी इस बार छूट नहीं मिलेगी। योजना के तहत पाबंदियां दोपहिया वाहन, चिकित्सा आपात सेवा के लिए उपयोग में लायी जा रही गाडियों, महिलाओं और स्कूली बच्चों को ले जा रहे वाहनों पर लागू नहीं होगी। इस दौरान दो हजार अतिरिक्त बसें चलायी जाएंगी। यांत्रियों की सुविधा के लिए बेड़े की सभी कलस्टर और डी.टी.सी बसें काम पर लगाई जाएंगी। दिल्ली मैट्रो ने बारह दिन की योजना के दौरान 61 अतिरिक्त फेरे लगाने की व्यवस्था की है।
दिल्ली सरकार ने इस दौरान अपने कार्यालयों के कार्य घंटों में भी बदलाव किया है। कार्यालयों के लिए सुबह साढ़े नौ बजे से शाम छह बजे तक और सुबह साढ़े दस बजे से शाम सात बजे तक के दो समय तय किए गए हैं। हालांकि राष्ट्रीय राजधानी के निजी कार्यालय इस निेर्दश के तहत नहीं आएंगे।
