चक्रवाती तूफान वायु आज वेरावल में टकरा सकता है गुजरात तट से, तूफान से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें दोनों तैयार, स्थानीय लोगों को शिविरों और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। पीएम ने कहा खुद रख रहे हैं हालात पर नज़र
चक्रवाती तूफान ‘वायु’ आज दोपहर के करीब गुजरात पहुंचेगा, तूफान से होने वाले संभावित नुकसान को लेकर गुजरात और लक्षदीप में सभी जरूरी इंतजाम कर लिये गये है। गुजरात में करीब 3 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुचाया जा चुका है तो एनडीआरएफ जैसी तमाम ऐजेंसियां अलर्ट पर है। इस बीच सौराष्ट्र के ज्यादातर बंदरगाहों पर 9 नंबर का सिग्नल लगाया है । इस सिग्नल का मतलब अति गंभीर तूफान से है । चक्रवात वायु के चलते रेलवे ने एहतियातन 70 ट्रेनों को रद्द कर दिया है और 28 ट्रेनों को गंतव्य से पहले ही रोकने का फैसला किया है। लोगों की दिक्कतों को देखते हुये पश्चिम रेलवे की विशेष राहत ट्रेनें चलाने की योजना है। ये विशेष ट्रेनें गांधीधाम, भावनगर पारा, पोरबंदर, वेरावल और ओखा से प्रत्येक जगह से चलेंगी ताकि वहां से लोगों को निकालने में मदद मिले। समुद्री तट पर होने वाली सभी गतिविधियों पर विराम लगा दिया गया है। सभी विभाग अलर्ट पर हैं। सौराष्ट्र और कच्छ के तटवर्ती इलाकों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के कर्मी तैनात कर दिए गए हैं। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि केंद्र सरकार, राज्य सरकार के संपर्क में है और ऐसी स्थिति में गुजरात को हर मुमकिन मदद दी जाएगी। उन्होने तूफान से प्रभावित क्षेत्रों में रह रहे लोगों के स्वस्थ औऱ सुरक्षित रहने की कामना की।
एक ओर चक्रवाती तूफान ‘वायु’ गुजरात की ओर बढ़ रहा है और ‘‘बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान’’ में तब्दील हो गया है तो दूसरी ओर इससे निपटने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें दोनों तैयार हैं । राज्य सरकार ने सौराष्ट्र और कच्छ के निचले इलाकों से करीब तीन लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए व्यापक अभियान शुरू किया है।
गुजरात और लक्षदीप की ओर बढ़ रहा चक्रवाती तूफान वायु के गुजरात के वेरावल के निकट तट पर 13 जून की दोपहर तक गंभीर चक्रवाती तूफान के तौर पर टकराने की आशंका है ।। इस दौरान 155 से 165 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेगी। जिसके चलते तटवर्ती इलाकों में खासा नुकसान पहुंचने की संभावना है।
चक्रवाती तूफान वायु के मद्देनज़र गुजरात और लक्षद्दीप में पूरी तैयारी कर ली गई है ताकि किसी भी प्रकार के संभावित जानमाल के नुकसान को कम किया जा सके। चक्रवात’वायु’ के आने के मद्देनजर गुजरात के तटवर्ती क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित इलाकों में पहुंचाने का काम युद्ग स्तर पर चलाया गया जा रहा है । गुजरात में इस काम को करने के लिये राज्य सरकार की तमाम एजेसिंयो के साथ एनडीआरएफ की टीमें भी लगी हुई है।
