जापान के कोबे में पीएम मोदी ने प्रवासी भारतीयों को किया संबोधित, कहा ‘न्यू इंडिया’ में भारत और जापान के बीच संबंध और होंगे मजबूत, भारत के टैलेंट और मैनपावर को जापान की मजबूती में बताया अहम.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोबे में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए सबसे पहले लोकसभा चुनाव में मिली प्रचंड जीत के लिए जापान में मौजूद भारतीयों का धन्यवाद किया। उन्होने कहगा कि किसी न किसी रूप में इस जीत को आप लोगो ने मजबूत किया। पीएम ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र ने मुझ पर पहले से भी ज्यादा भरोसा जताया। दूसरे विश्वयुद्ध की समाप्ति के बाद से मजबूत हुए भारत-जापान के रिश्ते को प्रगाढ बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 21वी सदी के न्यू इंडिाया में जापान का अहम रोल होगा।
उन्होंने दुनिया की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा बनने के लिये प्रवासी भारतीयों का शुक्रिया अदा किया। इस साल हुए लोकसभा चुनाव में 61 करोड़ मतदाताओं ने हिस्सा लिया। जापान के कोबे में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘जब दुनिया के साथ भारत के संबंधों की बात आती है तो जापान का इसमें महत्वपूर्ण स्थान है। यह सदियों पुराना संबंध है। एक-दूसरे की संस्कृति और सभ्यता के प्रति अपनेपन, सद्भाव और सम्मान की भावना है।’’ उन्होने कहा, ‘‘लगभग दो दशक पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और जापानी प्रधानमंत्री योशिरो मोरी ने साथ मिलकर हमारे संबंधों को वैश्विक भागीदारी का रूप दिया। साल 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद मुझे मेरे प्रिय मित्र शिंजो आबे के साथ हमारी मैत्री को प्रगाढ़ करने का मौका मिला।’’
भारत में हाल में संपन्न चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिये प्रवासी भारतीयों का शुक्रिया अदा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जहां जापान से कई भारतीय भारत आए और क्षेत्र में काम किया, वहीं कई लोगों ने ट्विटर जैसे सोशल मीडिया मंचों पर लोकतांत्रिक प्रक्रिया के बारे में संदेश फैलाया। उन्होंने कहा कि 61 करोड़ मतदाताओं, 10 लाख मतदान केंद्र, 40 लाख से अधिक ईवीएम और 8000 से अधिक उम्मीदवार दुनिया की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा बने।
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में भाग लेने वाले मतदाताओं की संख्या चीन को छोड़कर लगभग सभी देशों की आबादी से अधिक है।
कोबे में भारतीय समुदाय के लोगों से प्रधानमंत्री ने कहा ‘न्यू इंडिया’ में भारत, जापान के संबंध और मजबूत होंगे. उन्होंने कहा कि जापान ने भारत के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। भारत अगले पांच साल में पांच लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य लेकर चल रहा है। ऐसे में द्विपक्षीय संबंध पहले से बेहतर होने वाले हैं। उन्होंने कहा, ‘‘एक ऐसा समय था जब हम कार बनाने के लिये एक साथ आये थे और अब हम बुलेट ट्रेन बनाने के लिये एक साथ आये हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आज भारत में ऐसा कोई भी हिस्सा नहीं है जहां जापान की परियोजनाओं या निवेश ने अपना चिह्न नहीं छोड़ा है। इसी तरह भारत की प्रतिभा और श्रमबल ने जापान को मजबूत बनाने में योगदान दिया है।’’
जापान में रह रहे भारतीय मूल के लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया। गौरतलब है कि भारत ने अहमदाबाद से मुंबई के बीच पहली बुलट-ट्रेन चलाने की योजना बनायी है। इसमें जापान मदद से काम चल रहा है। इस परियोजना का पहला चरण 2022 तक पूरा होने की उम्मीद है। 508 किलो मीटर की इस लाइन के लिए राष्ट्रीय उच्च गति रेल निगम लि) एनएचआरएससीएल भूमि जुटाने का काम कर रहा है।
