जम्मू-कश्मीर में पिछले सप्ताह राज्य की स्थिति के बारे में झूठी सूचनाएं फैलाने वाले 200 से अधिक सोशल मीडिया एकाउंट निलंबित कर दिये गये हैं। इनमें से अधिकतर पाकिस्तान से संचालित किए जा रहे थे। हाल में कश्मीर घाटी के लोगों के कथित रूप से अनेक समस्याओं से जूझने के बारे में सोशल मीडिया पर फेक न्यूज की बाढ़ आ गई थी। इनका सावधानी से विश्लेषण करने से पता चलता है कि ये सब वास्तविकता से दूर की बातें थी।
सोशल मीडिया में पुराने वीडियो और फोटो जम्मू-कश्मीर के हाल के चित्र बताकर डाले जा रहे हैं। कुछ पाकिस्तानी चैनलों ने 10 साल पुराने एक फोटो को शेयर करते हुए झूठे दावे किए हैं।
उच्चस्तरीय आधिकारिक सूत्रों ने बताया है कि जो लोग कश्मीर घाटी में आतंकवाद का समर्थन करते थे वे अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने के सरकार के कदम से बेचैन हैं। इसीलिए सोशल मीडिया पर अफवाहों का बाजार गर्म है और भारत के प्रति दुर्भावना रखने वाली ताकतें फेक न्यूज की फैक्ट्रियां चला रही है।
