कैलाश मानसरोवर के लिए दिल्ली से आज पहला जत्था रवाना, विदेश मंत्री ने कहा- आयोजन में चीन के समर्थन से दोनों देशों के लोगों के बीच आपसी संपर्क को मिलेगा बढ़ावा।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने आज कैलाश मानसरोवर यात्रियों के पहले जत्थे को दिल्ली से रवाना किया। कैलाश मानसरोवर यात्रा दो मार्गों- उत्तराखंड के लिपुलेख दर्रे और सिक्किम के नाथुला दर्रे के जरिए होती है। हर बैच के लिए यात्रा की अवधि 24 दिन होती है। इसमें तैयारी के लिए दिल्ली में लगने वाले तीन दिन शामिल हैं। लिपुलेख दर्रे के जरिए कैलाश मानसरोवर यात्रियों के 18 जत्थे भेजे जाएंगे और हर जत्थे में 60 श्रद्धालु शामिल होंगे। सिक्किम के नाथुला दर्रे वाले मार्ग पर मोटर वाहन चलते हैं और यह दुर्गम यात्रा कर पाने में असमर्थ बुजुर्गों के लिए उपयुक्त माना जाता है। इस वर्ष इस मार्ग से 10 जत्थे भेजे जाएंगे और हर जत्थे में 50 श्रद्धालु होंगे। विदेश मंत्री ने कहा कि चीन सरकार के योगदान का जिक्र किया और कहा कि इस यात्रा के जरिए आपसी रिश्तों को बेहतर करने की दिशा में ये अहम कदम है।
