लॉकडाउन के समय किसानों की फसल मंडियों तक पहुंचे और किसानों को फसल का दाम समय पर मिले उसके लिए मोदी सरकार ने ‘किसान रथ ऐप’ की शुरुआत की। जिन किसानों के पास अपना वाहन नहीं उनके लिए ये ऐप किसी वरदान से कम नहीं है।
देश के अन्नदाताओं के लिए मोदी सरकार ने एक नए पहल की शुरूआत की है। लॉकडाउन के दौरान किसानों की फसल को मंडियों तक ले जाने वाली दिक्कतों को दूर करने के लिए भारत सरकार ने किसान रथ मोबाइल ऐप की शुरुआत की है। इसके माध्यम से किसान अपने मोबाइल ऐप से ट्रक, ट्रैक्टर और अन्य कृषि मशीनरी किराये पर बुला सकता है।
मोदी सरकार के इस कदम का किसानों ने स्वागत किया है। किसानों का कहना है ये उन किसानों के लिए वरदान है जिनके पास अपना वाहन नहीं है। अभी तक करीब 11 लाख से ज्यादा वाहन इस ऐप पर रजिस्टर्ड हो चुके है। देश के लाखों किसानों ने इसे डाउनलोड भी किया है। मोदी सरकार ने किसानों की सहायता के लिए कृषि मंत्रालय में किसान रथ हेल्प डेस्क भी बनाया है।
किसान रथ ऐप के जरिए कृषि और बागवानी की फसलों को मंडी तक पहुंचाने के लिए प्राइमरी और सेकेंडरी वाहन को सर्च किया जा सकेगा। प्राइमरी ट्रांसपोर्टेशन का अर्थ फसल को मंडी, एफपीओ कलेक्शन सेंटर, वेयरहाउस आदि तक पहुंचाने के लिए होगा। इसके अलावा सेकेंडरी ट्रांसपोर्टेशन के तहत कृषि उत्पादों को मंडियों से राज्यों और राज्यों के बाहर स्थित अन्य मंडियों, प्रोसेसिंग यूनिट्स, रेलवे स्टेशन और होलसेलर्स तक पहुंचाया जा सकेगा।
