NIA ने कहा की टेरर फंडिंग की जांच के दौरान येह पता चाला है की अल्गौवदी नेताओं को बाहर से पैसा आता था और उन्होँने इसका इस्तेमाल व्यक्तिगत लाभ के लिये किया।
एजेंसी ने हुर्रियत कॉन्फ्रेंस और अन्य संगठनों के कई नेताओं से पूछताछ की है और दावा किया है कि उन्होंने कश्मीर घाटी के लोगों के बीच अलगाववादी भावनाओं को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान से धन प्राप्त करने की बात कबूल की है।
रविवार को जारी एक बयान में, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कहा कि दुक्तारन-ए-मिलात के फायरब्रांड नेता, आसिया अंद्राबी, इसके द्वारा मलेशिया में उसके बेटे के शैक्षिक खर्चों के बारे में ग्रिल किया गया था, जिसे ज़हूर वटाली ने गिरफ्तार किया था, आतंकी फंडिंग का मामला।
जम्मू-कश्मीर की अलगाववादी नेता आसिया अंद्राबी ने कबूल किया है कि वो विदेशी स्रोतों से फंड लेकर घाटी में सेना और सरकार के खिलाफ महिलाओं से प्रदर्शन करवाती थी. आसिया ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के सामने पूछताछ में ये खुलासा किया है. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक जांच के दौरान आसिया अंद्राबी ने स्वीकार किया कि वह विदेशी स्रोतों से दान और फंड ले रही थी. इसके एवज में उसकी संस्था दुखतारन-ए-मिल्लत घाटी में मुस्लिम महिलाओं से प्रदर्शन करवाती थी।
एनआईए ने कहा, ‘अंद्राबी का मलेशिया में उसके बेटे के 2011 के बाद शैक्षिक खर्चों के लिए फंड विदेशी प्रेषण के जरिए जहूर (अहमद शाह) वटाली द्वारा किए जाने से सामना कराया गया.’ एनआईए वटाली को हवाला के मुख्य वाहकों में से एक बताता है, जो पाकिस्तान से फंड जुटाता है और प्राप्त करता है।
